भारत की बेटियों का कमाल! हरमनप्रीत की टीम ने रचा इतिहास
रो-को' जोड़ी का जलवा, दीप्ति का जादुई प्रदर्शन
यह जीत सिर्फ एक मैच की नहीं, बल्कि एक 'फाइटर की जीत' और 'टीम की ताकत' की कहानी थी। टीम की युवा सनसनी शेफाली वर्मा ने धमाकेदार बल्लेबाज़ी करते हुए 87 रनों की पारी खेली और साथ ही दो विकेट भी चटकाए। चोटिल प्रतिका रावल की जगह टीम में आईं शेफाली ने कहा था, 'शायद भगवान ने मेरे लिए कोई योजना बनाई है,' और सच में, उनकी यह पारी इतिहास में दर्ज हो गई।
दूसरी ओर, ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में जादुई रहा। उन्होंने 22 विकेट और 200 से अधिक रन बनाकर एक नया रिकॉर्ड कायम किया, जिसने टीम को जीत के मुकाम तक पहुँचाया।
जीत के बाद, कप्तान हरमनप्रीत और उप-कप्तान स्मृति मंधाना को तिरंगे में लिपटे देखा गया, जिनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। फैंस ने उन्हें प्यार से 'महिला क्रिकेट की 'रो-को' जोड़ी' नाम दिया है।
स्टेडियम में आधी रात तक जश्न
नीली जर्सियों से भरा डीवाई पाटिल स्टेडियम, भारत की जीत के साथ जैसे लहरों की तरह झूम उठा। रोहित शर्मा और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गज भी तिरंगा लहराते दिखे। आधी रात होने के बावजूद, कोई भी फैन स्टेडियम छोड़ने को तैयार नहीं था, मानो सब भूल गए हों कि कल सोमवार है। भावनाओं के इस सैलाब में किसी की आँखें सूखी नहीं रहीं।
ये सिर्फ एक जीत नहीं...
ये जीत उन हर सपनों की जीत है जो अधूरे रह गए थे। यह उस हर बेटी की जीत है जो दुनिया को यह दिखाना चाहती है – 'हम भी कर सकते हैं!' भारतीय महिला टीम ने जो इतिहास रचा है, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
