मेरठ में जलभराव से नाराज लोगों ने हाथों में भाजपा के झंडे लेकर नगर निगम कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन
मेरठ। नगर निगम क्षेत्रों में बढ़ते जलभराव की समस्या से तंग आकर रविवार शाम कई लोगों ने हाथों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के झंडे लेकर नगर निगम और पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गंदे पानी से भरी सड़क पर उतरकर प्रदर्शनकारी निगम की कार्यप्रणाली और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए तैयार हो गए।
प्रदर्शन में शामिल एक स्थानीय निवासी ने बताया कि “बारिश होते ही सड़कें तालाब बन जाती हैं, वाहन पास नहीं गुजर सकते, पैदल चलना भी मुश्किल होता जा रहा है।” उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अब तक समस्या को गंभीरता से नहीं लिया, इसलिए वे भगवा झंडा लेकर सड़क पर उतर आए।
प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम कार्यालय और भाजपा के स्थानीय पार्टी कार्यालय के बाहर हाथ में झंडा लेकर मौके पर पहुँचकर नारे लगाए। उन्होंने कहा कि यदि जल्द उपाय नहीं किया गया, तो भविष्य में सड़क पर व्यापक आंदोलन करेंगे।
नगर निगम के अधिकारी अभी तक इस मामले पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन पिछले माह एक भाजपा पार्षद ने नालों की सफाई में मिली खामियों को उजागर करते हुए निगम पर पूर्ण दोष लगाया था। Bhaskar+1
वहीं, जिला प्रशासन ने बताया कि जलभराव की समस्या से निपटने के लिए संबंधित विभाग राजस्थान के अनुभव से सीख लेकर जल्द एक्शन प्लान तैयार कर रही है। लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शब्दों से नहीं, धरातल पर सुधार चाहिए।
इस प्रदर्शन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मेरठ के नागरिक अब सिर्फ शिकायत ही नहीं करेंगे, बल्कि नागरिक बल के रूप में सार्वजनिक रूप से उतरने को तैयार हैं—जब तक नाले‑ड्रेनेज, सफाई और जलनिकासी में ठोस सुधार नहीं होगा, उन्होंने कहा कि यह आंदोलन चलता रहेगा।
