मेरठ में किसान धरने पर: मुआवजे की मांग को लेकर MDA कार्यालय पर लगाया ताला
मेरठ। पिछले 67 दिनों से वेदव्यासपुरी में जमीन के बड़े प्रतिकार और मुआवजे की मांग को लेकर धरना दे रहे किसान सोमवार को अपने सब्र का बांध तोड़ बैठे। नाराज किसानों ने मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) के मुख्य कार्यालय का रुख किया और वहां धरना देकर मुख्य दरवाजे पर ताला डाल दिया। किसानों ने प्राधिकरण के सामने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की और रास्ता पूरी तरह बंद कर दिया।
धरने के दौरान किसानों ने कहा कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं माना गया, तो वे और बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाले दिनों में कई अहम सड़क मार्गों को भी बंद किया जा सकता है।
एमडीए प्रशासन ने बताया कि किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लिया जा रहा है और जल्द ही अधिकारियों की बैठक कर समाधान निकालने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अब तक मिलने वाला आश्वासन सिर्फ कागजी रहा है और धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
स्थानीय लोग और व्यापारियों ने भी बताया कि धरने की वजह से कार्यालय और आसपास के मार्गों में जाम लग गया और आवागमन प्रभावित हुआ। प्रशासन ने पुलिस बल तैनात कर किसानों और अन्य लोगों के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश की।
किसानों का यह धरना दिखाता है कि मेरठ के कृषि क्षेत्र में मुआवजे और जमीन के प्रतिकार को लेकर तनाव अभी भी बरकरार है और प्रशासन पर दबाव लगातार बढ़ रहा है।
