बहराइच में शीतलहर के बीच एसडीएम ने नानपारा का देर रात किया निरीक्षण, रैन बसेरा और अलाव की व्यवस्था जांची
बहराइच। जिले में बढ़ती शीतलहर को देखते हुए जिलाधिकारी बहराइच अक्षय त्रिपाठी के निर्देश पर उपजिलाधिकारी नानपारा मोनालिसा जौहरी ने सोमवार देर रात नगर पालिका परिषद नानपारा में संचालित रैन बसेरे एवं विभिन्न स्थानों पर जल रहे अलावों का औचक निरीक्षण किया। रात लगभग 10:30 बजे किए गए निरीक्षण में रैन बसेरे की व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं।
इसके बाद एसडीएम ने नगर के चिन्हित स्थलों पर जल रहे अलावों का निरीक्षण किया। अलाव के पास मौजूद लोगों ने बताया कि प्रतिदिन समय से अलाव जलाए जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान सभी स्थानों पर अलाव जलते पाए गए। एसडीएम ने अधिशासी अधिकारी एवं तहसीलदार नानपारा को निर्देशित किया कि अलाव प्रतिदिन समय से जलवाए जाएं और यह सुनिश्चित किया जाए कि ठंड के कारण किसी को कोई परेशानी न हो।
एसडीएम मोनालिसा जौहरी ने शीतलहर के प्रभाव को देखते हुए रैन बसेरे में अतिरिक्त कंबल, गद्दा, तकिया, चादर, बिस्तर, रूम हीटर सहित गर्माहट से संबंधित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय रहते सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि रात्रि के समय अधिकारी क्षेत्र में भ्रमण करें और यदि कोई व्यक्ति खुले में सोता मिले तो उसे जागरूक कर सम्मानपूर्वक रैन बसेरे तक पहुंचाया जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति ठंड से प्रभावित न हो।
एसडीएम ने बताया कि निरीक्षण के दौरान रैन बसेरे की सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गई हैं। अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि रैन बसेरे का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। इसके लिए रोडवेज, रेलवे स्टेशन और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर व बैनर लगाए जाएं, ताकि जरूरतमंद लोगों को इसकी जानकारी मिल सके और वे रात्रि में सुरक्षित रूप से वहां ठहर सकें।
इसके साथ ही एसडीएम ने थानाध्यक्ष नानपारा, रुपईडीहा, मटेरा, नवाबगंज, रिसिया एवं खैरीघाट को भी निर्देशित किया कि रात्रि गश्त के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति खुले में ठंड में सोता न मिले। यदि कोई व्यक्ति बाहर सोता या बैठा मिले तो पुलिसकर्मी उसे सम्मानपूर्वक नजदीकी रैन बसेरे में पहुंचाएं और इसकी सूचना संबंधित नगर पालिका, पंचायत अथवा तहसील प्रशासन को दें।
एसडीएम ने कहा कि तहसील प्रशासन आमजन की सहायता के लिए चौबीसों घंटे तत्पर है। किसी भी स्तर पर किसी को समस्या नहीं होने दी जाएगी। रैन बसेरे में रुकने वाले व्यक्तियों का आवश्यकता अनुसार स्वास्थ्य परीक्षण एवं चिकित्सीय उपचार भी कराया जाएगा।
उन्होंने आमजन से अपील की कि यदि किसी को खुले स्थानों, सड़कों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन अथवा अन्य सार्वजनिक स्थलों पर ठंड से प्रभावित कोई व्यक्ति दिखाई दे तो इसकी सूचना तत्काल नगर पालिका, पंचायत, पुलिस कंट्रोल रूम अथवा तहसील प्रशासन को दें, ताकि उसे सुरक्षित रैन बसेरे में पहुंचाया जा सके। एसडीएम ने बताया कि रैन बसेरे निराश्रित, बेसहारा एवं जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए पूर्णतः निःशुल्क हैं और यहां ठंड से बचाव की सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
