लखनऊ एयरपोर्ट पर पकड़ी गई 24 करोड़ की ड्रग्स, दो थाई तस्कर गिरफ्तार

लखनऊ। राजधानी के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर ड्रग्स तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। एयर इंडिया एक्सप्रेस की बैंकॉक-लखनऊ फ्लाइट (IX 105) से उतरे दो थाई नागरिकों को DRI (डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) की टीम ने 26 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में दोनों के पास से करीब 23.935 किलो हाई-क्वालिटी हाइड्रोपोनिक गांजा (वीड) बरामद हुआ, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 24 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
पूछताछ में आरोपियों ने माना कि वे गांजा लेकर भारत आए थे। जांच एजेंसियों के मुताबिक, यह खेप दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों से लाकर भारत के हाई-प्रोफाइल सर्किल और क्लबों में खपाई जानी थी। लखनऊ को इस बार ट्रांजिट प्वाइंट के तौर पर इस्तेमाल किए जाने की आशंका है।
DRI की इस कामयाबी के बाद एयरपोर्ट पर तैनात कस्टम विभाग की भूमिका पर गंभीर सवाल उठे हैं। एयरपोर्ट के अंदर मौजूद कस्टम टीम इस बड़ी खेप को पकड़ने में नाकाम रही, जबकि DRI ने एयरपोर्ट से बाहर कार्रवाई कर करोड़ों की ड्रग्स जब्त कर ली।
सूत्रों के अनुसार, बरामद गांजा किसी अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है। यह अमूमन डार्कनेट और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए बेचा जाता है। एजेंसियां अब इसकी सप्लाई चैन और भारत में मौजूद संभावित सिंडिकेट्स का पता लगाने में जुट गई हैं।
यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी लखनऊ एयरपोर्ट पर ड्रग्स के साथ विदेशी नागरिक पकड़े जा चुके हैं।
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दो थाई महिला तस्करों को लगभग 4 करोड़ की गांजा खेप के साथ गिरफ्तार किया गया था।
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इसी तरह, यूगांडा की अनीताह नाबाफू वामुकूता के पास से भी 20 किलो हाइड्रोपोनिक वीड बरामद हुआ था।
DRI का मानना है कि लगातार मिल रही इन बरामदगियों से साफ है कि लखनऊ एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करों ने ट्रांजिट हब के रूप में चुन लिया है।
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