मुजफ्फरनगर में 2047 तक विकसित यूपी का विजन, प्रबुद्धजनों और अधिकारियों ने साझा किए सुझाव

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश को वर्ष 2047 तक एक समर्थ और विकसित राज्य के रूप में स्थापित करने की महत्वाकांक्षी योजना को लेकर बुधवार को आईटीआई कॉलेज में एक विशेष विचार-मंथन कार्यशाला आयोजित हुई। समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश/2047 अभियान के तहत हुई इस कार्यशाला में प्रशासनिक अधिकारियों ने जिले के प्रबुद्धजनों, व्यापारियों, औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों और वरिष्ठ नागरिकों से सीधे संवाद कर भविष्य के विकास का खाका तैयार करने के लिए उनके सुझाव आमंत्रित किए।
कार्यक्रम में राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त सेवानिवृत्त आईएएस चौबे सिंह वर्मा, सेवानिवृत्त आईपीएस रंजन द्विवेदी, डीएवी कॉलेज की प्रोफेसर सुनीता शर्मा, कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष हंसराज सिंह और लोक निर्माण विभाग के सेवानिवृत्त अध्यक्ष सलेक चंद्र ने अपने अनुभव साझा किए और सुझाव दिए। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग और बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने पर बल दिया।
आयुक्त अटल कुमार राय ने कहा कि 2047 तक प्रदेश के विजन को साकार करने के लिए स्थायी अर्थव्यवस्था, मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और नागरिकों की जीवनशैली में सुधार जरूरी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में प्रदेश की जीडीपी 13 लाख करोड़ थी, जो आज 30 लाख करोड़ से अधिक हो गई है। इसी तरह 2015 में देश की अर्थव्यवस्था 2.1 ट्रिलियन डॉलर थी, जो आज बढ़कर 4.2 ट्रिलियन डॉलर हो चुकी है। भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरी बनेगा।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी कंडारकर कमल किशोर देशभूषण, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) गजेंद्र कुमार, नगर मजिस्ट्रेट पंकज कुमार राठौर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुनील तेवतिया सहित जिले के सभी प्रमुख अधिकारी, व्यापारी, औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
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