RSS के 100 साल होने पर मोहन भागवत ने बताया 'हिंदू राष्ट्र' का मतलब, विपक्ष नाराज

https://www.youtube.com/watch?v=suZYcB0uPHQ
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर सरसंघचालक मोहन भागवत ने ‘हिंदू राष्ट्र’ की परिभाषा को लेकर बड़ा बयान दिया है। भागवत ने कहा कि हिंदू राष्ट्र का मतलब सत्ता से जुड़ा नहीं है। इसमें किसी पंथ, संप्रदाय, भाषा या समुदाय के बीच कोई भेदभाव नहीं होता और सभी के लिए न्याय समान होता है।
उन्होंने कहा कि आजादी से पहले क्रांतिकारियों की कई लहरें आईं, जिनमें विनायक दामोदर सावरकर भी एक रत्न थे। लेकिन उन्होंने यह भी माना कि वैसी लहर अब दिखाई नहीं देती।
भागवत के इस बयान पर विपक्षी दलों ने नाराजगी जताई है। कांग्रेस सहित कई विपक्षी नेताओं का कहना है कि आरएसएस और भाजपा हिंदू राष्ट्र के नाम पर समाज को गुमराह कर रहे हैं और देश की धर्मनिरपेक्ष भावना के खिलाफ काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में इस बयान को लेकर राजनीतिक बहस और तेज होने की संभावना है।
लेखक के बारे में

रॉयल बुलेटिन उत्तर भारत का प्रमुख हिंदी दैनिक है, जो पाठकों तक स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय खबरें तेज़, सटीक और निष्पक्ष रूप में पहुँचाता है, हिंदी पत्रकारिता का एक भरोसेमंद मंच !