वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज की बिगड़ी तबियत, हर दिन हो रही डायलिसिस

इसी बीच, दिनेश फलाहारी महाराज ने प्रेमानंद महाराज के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। फलाहारी महाराज ने कहा है कि वह प्रेमानंद महाराज को अपनी किडनी दान करना चाहते हैं। इसके संबंध में उन्होंने मंदिर प्रबंधन को पत्र लिखकर प्रार्थना की है।
फलाहारी महाराज ने अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि"सभी सनातनियों को प्रेमानंद महाराज की ज़रूरत है। उन्होंने संपूर्ण विश्व के युवाओं को सनातन की तरफ मोड़ा है।" "हम ऐसे दिव्य संत को जीवित रखना चाहते हैं।" "हम अपने रक्त का एक-एक कतरा और अपनी एक किडनी भी उनको देना चाहते हैं।" उन्होंने तर्क दिया कि "संपूर्ण विश्व को हमसे ज्यादा ज़रूरत प्रेमानंद महाराज जी की है। हम भी एक किडनी से जीवन जी लेंगे।" उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि प्रेमानंद महाराज जी को कुछ हो गया तो उनके करोड़ों फॉलोअर्स बहुत दुखी हो जाएंगे।
बताया जा रहा है कि किडनी की बीमारी से जूझ रहे प्रेमानंद महाराज की पिछले कुछ दिनों से हर रोज़ डायलिसिस की जा रही है।
बीते शनिवार को केली कुंज आश्रम की ओर से आधिकारिक सूचना जारी कर पदयात्रा स्थगित किए जाने की पुष्टि की गई थी। सूचना में बताया गया कि महाराज जी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, इसलिए उनकी नियमित पदयात्रा फिलहाल अनिश्चितकाल के लिए बंद की जा रही है। यह खबर भक्तों तक पहुंचते ही वृंदावन से लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में शोक और मायूसी का माहौल बन गया है।
प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य को लेकर अब फलाहारी महाराज की इस भावनात्मक पेशकश पर मंदिर प्रबंधन का क्या रुख रहता है, इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।