मेरठ: पनीर टिक्का विवाद में पति-पत्नी का तलाक, काउंसलिंग भी नहीं बचा सकी रिश्ता
मेरठ: रिश्तों की डोर कितनी कमजोर हो सकती है, इसका एक अजीबोगरीब उदाहरण मेरठ में देखने को मिला है। यहां पति-पत्नी के बीच एक मामूली विवाद—वह भी पनीर टिक्का बनाने को लेकर—इतना बढ़ गया कि मामला तलाक तक पहुंच गया है। अब काउंसलिंग के बावजूद दोनों पक्ष साथ रहने को तैयार नहीं हैं।
यह मामला मेरठ के परिवार परामर्श केंद्र में सामने आया। दंपति के बीच विवाद की शुरुआत खाना बनाने को लेकर हुई थी। बताया जाता है कि पत्नी ने पनीर टिक्का बनाने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पति-पत्नी में तीखी बहस हो गई। यह बहस जल्द ही रोजमर्रा के झगड़ों का हिस्सा बन गई और बात तलाक की दहलीज तक पहुंच गई।
पत्नी का आरोप है कि पति छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करता है और उसे परेशान करता है। वहीं, पति का कहना है कि पत्नी उसकी बात नहीं मानती है और घर के कामों में सहयोग नहीं करती है।
काउंसलिंग भी हुई विफल
परिवार परामर्श केंद्र के सदस्यों ने दोनों के बीच सुलह कराने के लिए कई बार काउंसलिंग की। काउंसलरों ने उन्हें समझाया कि एक छोटे से पनीर टिक्का के विवाद पर रिश्ता खत्म करना ठीक नहीं है। हालांकि, दोनों पक्षों ने यह साफ कर दिया कि उनके बीच बातचीत पूरी तरह खत्म हो चुकी है और अब वे किसी भी कीमत पर साथ नहीं रहना चाहते।
काउंसलिंग विफल होने के बाद, अब यह मामला कानूनी प्रक्रिया के लिए कोर्ट भेज दिया गया है। यह घटना दर्शाती है कि कैसे छोटे-छोटे घरेलू विवाद भी अहंकार और संवादहीनता के चलते गंभीर रूप धारण कर लेते हैं, जिसका अंत रिश्ते के टूटने के साथ होता है।
