जातिवाद खत्म कर हिंदू एकता पर जोर: धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा हरियाणा पहुंची, ग्रेट खली ने थामा हाथ, महिलाएं बोलीं 'भारत हिंदू राष्ट्र बने'
फरीदाबाद (हरियाणा): बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में दिल्ली से शुरू हुई 'सनातन हिंदू एकता पदयात्रा' शनिवार को हरियाणा पहुंच गई। यात्रा का उद्देश्य सनातन धर्म का प्रचार करना, हिंदुओं में एकता स्थापित करना और जातिवाद को जड़ से खत्म करना है।
धीरेंद्र शास्त्री ने जातिवाद खत्म करने पर दिया जोर
पदयात्रा के दौरान पंडित शास्त्री ने एक बार फिर जातियों के अहंकार को खत्म करने पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया है कि हिंदू धर्म के संरक्षण और एकता के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे। शास्त्री ने पदयात्रा के आगाज से पहले ही यह साफ कर दिया था कि यह यात्रा जातिवाद को समाप्त कर राष्ट्रवाद जगाने वाली है।
ग्रेट खली भी बने यात्रा का हिस्सा
पदयात्रा के हरियाणा पहुंचने पर इसमें कई सेलिब्रिटी और प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त रेसलर द ग्रेट खली (Dalip Singh Rana) भी इस यात्रा में शामिल हुए। इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने खली का हाथ पकड़कर कुछ दूर तक पदयात्रा की। इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल (यदि केंद्रीय मंत्री रहे हैं, अन्यथा राज्य मंत्री) ने भी यात्रा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
महिलाओं ने उठाई 'हिंदू राष्ट्र' की मांग
पदयात्रा में शामिल हजारों श्रद्धालुओं में महिलाएं बड़ी संख्या में थीं। अनेक महिलाओं ने एक स्वर में अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी कामना है कि भारत हिंदू राष्ट्र बने। पदयात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए विभिन्न स्थानों पर जलपान और विश्राम की व्यवस्था की गई है।
दिल्ली-वृंदावन 10 दिवसीय यात्रा
यह पदयात्रा 7 नवंबर को दिल्ली से शुरू हुई है और दिल्ली, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश राज्यों को छूती हुई 16 नवंबर को वृंदावन में समाप्त होगी। यात्रा के दौरान सात प्रमुख संकल्प लिए जाएंगे, जिनमें हिंदू राष्ट्र की स्थापना, गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा, यमुना सफाई और ब्रजमंडल में मांस-मदिरा की बिक्री पर प्रतिबंध लगाना प्रमुख है। यात्रा के कारण फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच पाली-मांगर मार्ग को सुरक्षा कारणों से बंद किया गया है।
