अमरोहा में नहीं बना हाई टेक ड्राइविंग टेस्टिंग सेंटर, मैनुअल टेस्टिंग से बढ़ रहा फर्जीवाड़ा

Amroha News: अमरोहा जिले में लंबे समय से आधुनिक ड्राइविंग टेस्टिंग सेंटर बनाने की कवायद चल रही है। शासन से स्वीकृति भी मिल चुकी है, लेकिन इसके बावजूद अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। वर्तमान में एआरटीओ कार्यालय में मैनुअल तरीके से ड्राइविंग टेस्ट लिए जा रहे हैं, जहां खानापूरी कर दी जाती है और ऐसे आवेदकों को भी पास कर दिया जाता है, जिन्हें वाहन चलाने की पूरी जानकारी तक नहीं होती।
एआरटीओ कार्यालय में अब भी पुराना तरीका
तकनीक से होगी सटीक और निष्पक्ष जांच
आधुनिक ड्राइविंग टेस्टिंग सेंटर के बनने पर ड्राइविंग टेस्ट पूरी तरह तकनीक आधारित होंगे। एआरटीओ प्रवर्तन महेश शर्मा ने बताया कि इस सेंटर में विशेष डिजाइन किए गए ट्रैक और सिम्युलेटर होंगे। साथ ही ड्राइविंग टेस्ट की पूरी प्रक्रिया कैमरे की निगरानी में होगी। आवेदक को वाहन चलाने के साथ-साथ यातायात नियमों की जानकारी का प्रदर्शन करना होगा। सिम्युलेटर व वीडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर ही पास या फेल होने का निर्णय होगा।
सड़क हादसों में कमी की उम्मीद
विशेषज्ञों का मानना है कि आधुनिक ड्राइविंग टेस्टिंग सेंटर से न केवल टेस्ट की पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि सड़क हादसों में भी कमी आएगी। अभी तक मैनुअल टेस्ट में कई बार अनुभवहीन चालक पास हो जाते हैं, जिससे सड़क पर खतरा बढ़ जाता है। नई तकनीक से यह सुनिश्चित होगा कि केवल वही आवेदक पास हों, जिन्हें वास्तव में ड्राइविंग का पूरा ज्ञान है।
हर गतिविधि होगी रिकॉर्ड
सेंटर के शुरू होने पर आवेदक की हर गतिविधि की वीडियो रिकॉर्डिंग होगी। वाहन चलाते समय उसकी ब्रेकिंग, गियर बदलना, लेन अनुशासन और ट्रैफिक नियमों की जानकारी की जांच की जाएगी। यदि आवेदक नियमों का पालन करने में सफल रहता है, तभी उसे लाइसेंस मिलेगा। इससे ड्राइविंग टेस्टिंग प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी होगी।
अधिकारियों की सख्त निगरानी
टेस्ट की पूरी प्रक्रिया संबंधित एजेंसी और परिवहन विभाग के अधिकारियों की देखरेख में होगी। पास या फेल करने की जिम्मेदारी अधिकारियों की होगी और तकनीकी रिकॉर्डिंग से किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना खत्म हो जाएगी।
दलालों पर लगेगी रोक
फिलहाल परिवहन कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में दलाल मौजूद रहते हैं। ये दलाल बिना टेस्ट लिए ही आवेदकों से पास कराने का दावा करते हैं और इसके एवज में मोटी रकम वसूलते हैं। आधुनिक ड्राइविंग टेस्टिंग सेंटर के शुरू होने पर यह दलाली बंद हो जाएगी।
सीधे सेंटर से मिलेगा लाइसेंस
नई व्यवस्था लागू होने के बाद आवेदकों को एआरटीओ कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। आधुनिक ड्राइविंग टेस्टिंग सेंटर पर ही उनका टेस्ट और प्रक्रिया पूरी होगी तथा वहीं से लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा। इससे आम लोगों को दलालों से छुटकारा मिलेगा और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा।