ग्रेटर नोएडा में गूंजा भारतीय कला का वैभव - 112 देशों के खरीदारों ने लगाए मेले में डेरा, तीन हजार करोड़ के ऑर्डर की उम्मीद


मंदी के दौर में चमका निर्यात उद्योग

कारोबारी आयोजनों का नया मानक
हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (EPCH) के अध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना ने कहा कि यह आयोजन भारतीय रचनात्मकता का वैश्विक मंच बन गया है। उन्होंने बताया, “यह मेला अब विश्व के सबसे बड़े हस्तशिल्प व्यापार आयोजनों में से एक है और हमारा लक्ष्य आने वाले वर्षों में इसे और भी उन्नत बनाना है।” उन्होंने कहा कि 2026 में होने वाला अगला संस्करण इससे भी व्यापक स्तर पर आयोजित किया जाएगा।
नवाचार और तकनीक पर खास फोकस
ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि भारतीय निर्यातक पारंपरिक डिजाइन के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों को भी अपनाने में अग्रणी हैं। मोबाइल ऐप आधारित ऑर्डर सिस्टम, डिजिटल कैटलॉग्स और ई-कॉमर्स इंटीग्रेशन जैसी नवाचार पहलों ने कारोबार को नई दिशा दी है। विदेशी खरीदारों ने भी इस परिवर्तन को सराहा और कहा कि भारत अब परंपरा और प्रौद्योगिकी का सम्मिलन बन चुका है।
हस्तशिल्प मेले में चमके प्रदर्शक
ईपीसीएच के संयोजक अवधेश अग्रवाल ने बताया कि मेले में भारत के विभिन्न राज्यों के लगभग 3000 प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया। इन प्रदर्शकों ने गृह सज्जा, हस्तनिर्मित वस्त्र, फर्नीचर, फैशन ज्वेलरी, खिलौने और उपहार वस्तुओं की रेंज को प्रदर्शित किया। कई निर्यातकों ने अपने विदेशी ग्राहकों की सूची का विस्तार किया और नए बाजारों में प्रवेश के अवसर पाए।
विदेशी प्रतिनिधियों ने दी शानदार प्रतिक्रिया
स्पेन, यूके, ग्वाटेमाला और ऑस्ट्रेलिया से आए प्रतिनिधियों ने भारतीय उत्पादों की गुणवत्ता की खूब तारीफ की। स्पेन के व्यापारी उरको एट्कोटेगी ने कहा, “मैं दसवीं बार यहां आया हूं क्योंकि भारतीय कारीगरों की कला हमेशा प्रभावित करती है।” वहीं यूके की खरीदार ने कहा कि “भारतीय लाइटिंग और होम डेकोर उत्पादों ने अपने नवाचार से ब्रिटिश बाजार में अलग पहचान बनाई है।”
प्रतिष्ठित कंपनियां भी रहीं उपस्थित
इस साल के मेले में अमेरिका की टीजेएक्स कंपनीज, जर्मनी की ट्रिपल एक्सएलयूटीज, जापान की सुगिता ऐस कंपनी, फ्रांस की अमेडियस, दुबई के लैंडमार्क ग्रुप, रूस की रेटेहोम और न्यूज़ीलैंड की ले-फोर्ज जैसी प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इन कंपनियों ने भारतीय निर्माताओं से उत्पाद नमूनों और साझेदारी पर विस्तृत चर्चा की।
आगामी संस्करण में और बड़े लक्ष्य
ईपीसीएच उपाध्यक्ष सागर मेहता ने कहा कि जैसे-जैसे आयोजन का दायरा बढ़ रहा है, खरीदारों की रुचि और भागीदारी भी बढ़ती जा रही है। आगामी फरवरी 2026 के संस्करण में अधिक देशों से भागीदारी और दोगुनी व्यापारिक संभावनाओं की उम्मीद है।