रामपुर में ‘बिना डॉक्टर’ चल रहा था अल्ट्रासाउंड सेंटर: एसडीएम के छापे में खुला फर्जीवाड़ा, मौके से जब्त हुए दस्तावेज

फर्जी संचालन का पर्दाफाश

दस्तावेज जब्त कर सेंटर सील
अनियमितता और फर्जी संचालन सामने आने के बाद एसडीएम अरुण कुमार ने सेंटर के सभी दस्तावेज जब्त किए। उन्होंने स्टाफ को बाहर निकलवा कर अपनी उपस्थिति में पूरे सेंटर को सील कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधिकारी डॉ. ओमपाल और डॉ. संजय सोलंकी भी मौजूद रहे।
एसडीएम ने बताया कि जब्त किए गए दस्तावेजों के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को भेजी जा रही है। रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य विभाग आगे की जांच और कानूनी कार्रवाई शुरू करेगा।
मरीजों को लौटाई गई फीस
छापेमारी के दौरान कई मरीज पहले ही अपनी जांच के लिए पैसे जमा कर चुके थे। एसडीएम ने स्वयं उनकी रकम वापस दिलाई और स्पष्ट किया कि फर्जी चिकित्सा गतिविधियों पर किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इससे मरीजों में राहत की भावना दिखी और प्रशासन की कार्रवाई की सराहना की गई।
आगामी जांच और कार्रवाई की तैयारी
एसडीएम ने निर्देश दिए हैं कि स्वास्थ्य विभाग की टीम मशीनों और उपकरणों की तकनीकी जांच करे ताकि यह पता चल सके कि इन्हें कहां से खरीदा गया और क्या इनका संचालन सुरक्षित मानकों के अनुरूप था या नहीं। इसके अलावा, सेंटर संचालक के खिलाफ स्वास्थ्य अधिनियम के तहत आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
