कम लागत में ज्यादा मुनाफा देंगी आलू की ‘कुफरी सदाबहार’ किस्म – ऐसे करें खेती और पाएं बंपर उत्पादन

अगर आप भी चाहते हैं कि आपकी आलू की खेती से कम खर्च में ज्यादा मुनाफा हो तो आज हम आपको एक ऐसी वैरायटी के बारे में बताने जा रहे हैं जो किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इस किस्म का नाम है “कुफरी सदाबहार”। यह किस्म उत्पादन में बेजोड़ और लागत में किफायती मानी जाती है। अगर आप सही समय और सही तरीके से इसकी खेती करें तो 3 महीने में ही लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं।
आलू की खेती क्यों है फायदेमंद

आलू की बुआई का सही समय
दोस्तों, आलू की खेती में सबसे जरूरी बात है — बुआई का सही समय। 10 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक की अवधि को आलू की बुआई के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। इस समय मिट्टी का तापमान और नमी आलू की वृद्धि के लिए बेहद अनुकूल रहती है। इस अवधि में बोई गई फसल पर रोग कम लगते हैं और पैदावार भी बेहतरीन मिलती है।
कुफरी सदाबहार वैरायटी की खासियत
कुफरी सदाबहार एक मध्यम परिपक्वता वाली आलू की किस्म है, जो उच्च उपज देने वाली और रोग प्रतिरोधक होती है। यह खास तौर पर पछेती झुलसा (Late Blight) जैसी बीमारी के प्रति काफी हद तक सुरक्षित रहती है।
इस किस्म के आलू सफेद, आयताकार, उथली आंखों वाले और सफेद गूदे वाले होते हैं। इनकी गुणवत्ता और स्वाद दोनों ही बेहतरीन होते हैं, जिसके कारण इनकी मार्केट में काफी मांग रहती है।
खेती की विधि और देखभाल
इस किस्म की खेती शुरू करने से पहले खेत को अच्छी तरह से तैयार करना चाहिए। खेत की मिट्टी में सड़ी हुई गोबर की खाद डालना आवश्यक है ताकि पौधों को पर्याप्त पोषण मिल सके। खेत में जल निकासी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए ताकि पानी का ठहराव न हो, वरना फसल को नुकसान हो सकता है।
बुआई के लिए प्रति हेक्टेयर लगभग 2.5 से 3 टन बीज की आवश्यकता होती है।
कतार से कतार की दूरी 60 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी 20 सेमी रखनी चाहिए।
सही सिंचाई और निराई-गुड़ाई से पौधों की वृद्धि बेहतर होती है। करीब 3 महीने में फसल पूरी तरह तैयार हो जाती है।
बंपर उत्पादन और मुनाफा
कुफरी सदाबहार वैरायटी का उत्पादन वाकई शानदार होता है। एक हेक्टेयर में लगभग 380 से 400 क्विंटल तक की पैदावार मिल जाती है। इतनी अधिक उपज से किसान आसानी से लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं। इस वैरायटी से निकले आलू न केवल ताजा बिक्री में बल्कि फ्रेंच फ्राइज, चिप्स और स्नैक्स बनाने के लिए भी उपयोग किए जाते हैं।
अगर आप आने वाले रबी सीजन में आलू की खेती की योजना बना रहे हैं तो कुफरी सदाबहार वैरायटी आपके लिए सबसे बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है। सही समय पर बुआई और उचित देखभाल से यह किस्म किसानों की आय में भारी बढ़ोतरी ला सकती है।