कम खर्च और ज्यादा कमाई वाली इस सब्जी की खेती से किसानों की किस्मत बदल रही है, सालभर करें खेती और पाएं शानदार मुनाफा
आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसी सब्जी की खेती के बारे में जो Farmers के लिए सोने की खान साबित हो रही है इस सब्जी की मांग हर मौसम में बनी रहती है और इसकी खेती में ना तो ज्यादा मेहनत लगती है और ना ही ज्यादा लागत फिर भी मुनाफा लाखों में मिलता है जी हां हम बात कर रहे हैं लौकी की पूसा संदेश किस्म की खेती की जो आज के समय में किसानों के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो चुकी है
सालभर करें खेती और पाएं शानदार उपज
लौकी की पूसा संदेश किस्म की सबसे बड़ी खूबी यही है कि इसकी खेती सालभर की जा सकती है बस सही समय पर सिंचाई और पोषण का ध्यान रखना जरूरी है इस किस्म की खेती के लिए दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सबसे उत्तम मानी जाती है क्योंकि ऐसी मिट्टी में जल निकास अच्छा होता है और पौधों की जड़ें गहराई तक फैल पाती हैं मिट्टी का pH स्तर 6.0 से 7.5 के बीच होना चाहिए जिससे पौधे स्वस्थ और हरे-भरे रहें
बुवाई से पहले बीजों का उपचार करना जरूरी होता है जिससे रोगों का खतरा कम हो जाता है पौध तैयार करने के बाद उन्हें खेत में रोपा जाता है इसके लिए पौधे से पौधे की दूरी लगभग 1 मीटर और कतार से कतार की दूरी 2.5 से 3 मीटर रखनी चाहिए इसके साथ ही खेत में गोबर की सड़ी हुई खाद डालना बहुत फायदेमंद होता है इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और फसल तेजी से बढ़ती है
मचान विधि से बढ़ेगी उपज और गुणवत्ता
लौकी की पूसा संदेश किस्म की खेती मचान विधि से करनी चाहिए यानी बेलों को ऊपर चढ़ाने की व्यवस्था करनी चाहिए इससे फल जमीन को नहीं छूते और साफ-सुथरे रहते हैं साथ ही उत्पादन भी ज्यादा मिलता है बुवाई के लगभग 55 से 60 दिन बाद इस किस्म की पहली तुड़ाई शुरू हो जाती है और इसके बाद लगातार कई बार फसल ली जा सकती है
कम मेहनत में लाखों की कमाई
अगर आप एक एकड़ जमीन में लौकी की पूसा संदेश किस्म की खेती करते हैं तो लगभग 100 से 120 क्विंटल तक उपज मिल सकती है बाजार में इसकी कीमत 10 से 20 रुपए प्रति किलो तक रहती है यानी किसान भाई एक एकड़ से लाखों रुपए की कमाई आसानी से कर सकते हैं इस किस्म की लौकी का गूदा बहुत मुलायम और स्वादिष्ट होता है इसलिए उपभोक्ता इसे सबसे ज्यादा पसंद करते हैं
अगर आप खेती से कम मेहनत में ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो लौकी की पूसा संदेश किस्म आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है इसकी खेती कम लागत में होती है रोगों का खतरा भी बहुत कम रहता है और बाजार में इसकी हमेशा मांग बनी रहती है ऐसे में किसान भाई इस उन्नत लौकी किस्म की खेती अपनाकर अपनी आमदनी को दोगुना कर सकते हैं
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी कृषि विशेषज्ञों के अनुभव और उपलब्ध स्रोतों पर आधारित है खेती शुरू करने से पहले स्थानीय कृषि अधिकारी या विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें
