भारत पहली बार करेगा एशिया-प्रशांत दुर्घटना जांच समूह की बैठक की मेजबानी, 90 प्रतिनिधि होंगे शामिल
नई दिल्ली। भारत पहली बार एशिया प्रशांत दुर्घटना जांच समूह की बैठक और कार्यशाला की मेजबानी करेगा। 28 अक्टूबर से शुरू होने वाली चार दिवसीय बैठक में लगभग 90 विमान दुर्घटना जांचकर्ताओं के भाग लेने की उम्मीद है। बैठक में विमान दुर्घटना जांच के विभिन्न पहलुओं, प्रक्रियाओं और रिपोर्टिंग पर चर्चा की जाएगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने रविवार को बताया कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो 31 अक्टूबर तक होने वाली एशिया प्रशांत दुर्घटना जांच समूह (एपीएसी-एआईजी) बैठक की अध्यक्षता करेगा। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। मंत्रालय के मुताबिक प्रतिवर्ष होने वाली एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीएसी-एआईजी) की बैठक में एशिया-प्रशांत क्षेत्र के आईसीएओ सदस्य देश विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ भाग लेते हैं। इस बैठक की मेजबानी आमतौर पर एशिया-प्रशांत क्षेत्र के किसी भी आईसीएओ सदस्य देश की ओर से जाती है। भारत पहली बार एशिया-प्रशांत क्षेत्र-एआईजी बैठक की मेज़बानी करेगा। इसमें एशिया-प्रशांत देशों के विमान दुर्घटना जांच प्राधिकरणों और आईसीएओ के लगभग 90 प्रतिनिधि भाग लेंगे।
मंत्रालय के मुताबिक एशिया प्रशांत दुर्घटना जांच समूह की इन बैठकों का उद्देश्य जांच अधिकारियों के बीच विशेषज्ञता, अनुभव और जानकारी के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना और उनके बीच सहयोग को विकसित और सुदृढ़ करना है। कार्यशाला में एएआईबी और डीजीसीए के अधिकारियों के साथ-साथ अंतराष्ट्रीय प्रतिभागी भी शामिल होंगे।
