शामली में भू माफियाओं ने कब्रिस्तान और तालाब की जमीन पर किया अवैध कब्जा, ग्रामीणों ने DM को शिकायत सौंपकर की कार्रवाई की मांग

शामली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में भू माफियाओं का बोलबाला बढ़ता जा रहा है। यहां भू माफियाओं ने कब्रिस्तान और तालाब की जमीन को भी नहीं छोड़ा है। आरोप है कि वे इन संवेदनशील भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य कर रहे हैं। इस गंभीर मामले को लेकर ग्रामीणों और सुहेलदेव भारतीय समाज […]
शामली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में भू माफियाओं का बोलबाला बढ़ता जा रहा है। यहां भू माफियाओं ने कब्रिस्तान और तालाब की जमीन को भी नहीं छोड़ा है। आरोप है कि वे इन संवेदनशील भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य कर रहे हैं। इस गंभीर मामले को लेकर ग्रामीणों और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से शिकायत की है और भूमि पर कब्जा मुक्त कराने तथा भू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
कानपुर में पुलिस कमिश्नर पर मानहानि का मुकदमा, अधिवक्ता ने मांगा 25 लाख का हर्जाना
बुधवार को झिंझाना क्षेत्र के कस्बा झिंझाना के ग्रामीण सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पदाधिकारियों के साथ मिलकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपा जिसमें बताया गया कि उनके कस्बे में तालाब की जमीन ग्राम पंचायत की है जबकि कब्रिस्तान की जमीन वक्फ बोर्ड की है। बावजूद इसके भू माफियाओं ने नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए इन जमीनों पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
मुज़फ्फरनगर में 600 साल पुराने मंदिर को लेकर विवाद,राजस्व विभाग ने शुरू की जांच
ग्रामीणों का कहना है कि ये भू माफिया दबंग किस्म के लोग हैं, जिनका कोई विरोध नहीं कर पाता। इसलिए वे जिलाधिकारी से अनुरोध कर रहे हैं कि कब्रिस्तान और तालाब की भूमि पर चल रहे अवैध निर्माण को तुरंत रोका जाए और कब्जा मुक्त कराया जाए ताकि इलाके में कानून व्यवस्था कायम रहे।
लेखक के बारे में

रॉयल बुलेटिन उत्तर भारत का प्रमुख हिंदी दैनिक है, जो पाठकों तक स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय खबरें तेज़, सटीक और निष्पक्ष रूप में पहुँचाता है, हिंदी पत्रकारिता का एक भरोसेमंद मंच !