मुजफ्फरनगर। जिले के बघरा ब्लॉक स्थित पिन्ना गांव में रजवाहे चरथावल पटरी पर सिंचाई विभाग द्वारा बनाई गई सड़क महज आठ दिन में ही उखड़ जाने का मामला सामने आया है। सड़क की हालत देखकर ग्रामीणों और किसानों में भारी रोष है। स्थानीय किसान एवं आरटीआई कार्यकर्ता सुमित मलिक ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि सड़क निर्माण में विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत की आशंका है। किसान का कहना है कि सड़क की खराब स्थिति के वीडियो साक्ष्य भी उपलब्ध हैं, जो निर्माण में लापरवाही को दर्शाते हैं। उन्होंने मांग की है कि सड़क की गुणवत्ता की तकनीकी जांच कराई जाए और एक जांच समिति गठित कर दोषी अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
ग्रामीणों के अनुसार यह सड़क किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका उपयोग सिंचाई और आवागमन दोनों के लिए किया जाता है। सड़क के जल्दी खराब होने से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। सुमित मलिक ने सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति होती रहेगी।
इस शिकायत की प्रतिलिपि सहारनपुर मंडलायुक्त और मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी को भी भेजी गई है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन जल्द जांच कराएगा और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी।
