मुजफ्फरनगर में प्राचीन शिव मंदिर विवाद, पुजारी बोले- कमेटी पर विश्वास नहीं, मंदिर में ही रहेंगे, नहीं छोड़ेंगे

मुजफ्फरनगर। घास मंडी स्थित प्राचीन शिव मंदिर में पुजारी परिवार और मंदिर कमेटी के बीच विवाद गहरा गया है। संयुक्त हिंदू मोर्चा के बैनर तले पुजारी पंडित आयुष बसालियाल ने मीडिया सेंटर में पत्रकारों से वार्ता कर मंदिर कमेटी पर गुमराह करने का आरोप लगाया। पुजारी परिवार ने स्पष्ट कहा कि कमेटी की बातों पर विश्वास नहीं है और वे मंदिर को कभी नहीं छोड़ेंगे।
पुजारी ने मंदिर कमेटी द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों का खंडन किया। कमेटी ने बीते कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुजारी और मंदिर के दुकानदारों पर मंदिर पर कब्जा करने का आरोप लगाया था। पुजारी ने कहा, "यदि हम अवैध कब्जा करना चाहते तो पहले ही दिन कार्य में रुकावट डाल देते। लेकिन जब कमेटी ने दोगली बातें शुरू कीं, तब विवाद सामने आया। वे कभी कुछ कहते हैं, कभी कुछ। स्पष्ट नीति नहीं है।"
उन्होंने अपनी पीढ़ियों की सेवा का जिक्र किया। "हम यहां 50 साल से हैं। सबसे पहले मेरे दादा स्वर्गीय पंडित दत्त बसालियाल नारायण, फिर पिताजी स्वर्गीय पंडित भास्करानंद बसालियाल, और अब मैं पुजारी हूं। हमारी तीसरी पीढ़ी मंदिर की सेवा कर रही है। हम मंदिर से बाहर नहीं जाएंगे।"
संयुक्त हिंदू मोर्चा ने पुजारी परिवार का समर्थन किया है। प्रेस वार्ता में मोर्चा के प्रतिनिधियों ने मंदिर कमेटी से मांग की कि पुजारी की शर्तें मान ली जाएं। उन्होंने कहा कि मंदिर की परंपरा और पुजारी परिवार की भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए।
यह विवाद मंदिर के निर्माण कार्य को लेकर शुरू हुआ। पुजारी परिवार का कहना है कि कमेटी ने बार-बार आश्वासन तो दिए, लेकिन अमल नहीं किया। दूसरी ओर, कमेटी ने पुजारी पर मंदिर पर कब्जा करने का आरोप लगाया। इस प्रेस वार्ता के माध्यम से पुजारी ने कमेटी से अपील की कि वे कमरा और बाथरूम बनाकर दें, ताकि वे सहयोग कर सकें।
स्थानीय हिंदू संगठनों और भक्तों ने पुजारी परिवार के पक्ष में आवाज उठाई है। उनका कहना है कि प्राचीन मंदिर की सेवा करने वाले परिवार को विस्थापित नहीं किया जाना चाहिए। प्रशासन ने अभी तक हस्तक्षेप नहीं किया है, लेकिन विवाद बढ़ने पर मध्यस्थता की संभावना है। पुजारी ने कहा, "हम मंदिर में ही रहेंगे, इसे छोड़ेंगे नहीं।"