गाज़ियाबाद में सन सिटी हाईटेक टाउनशिप पर किसानों का हल्लाबोल, डासना में विशाल पंचायत, चेतावनी- परियोजना ठप होगी

गाज़ियाबाद। गाज़ियाबाद के डासना धरना स्थल पर सन सिटी हाईटेक टाउनशिप परियोजना के खिलाफ किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। डासना, इकला, गुर्जर गढ़ी, भड़गढ़ी, नायफल, कुडिया गढ़ी, रघुनाथपुर, बयाना और काजीपुरा के हजारों किसानों ने विशाल पंचायत का आयोजन किया। किसानों ने जीडीए पर डीपीआर बार-बार बदलकर बिल्डरों को फायदा पहुंचाने और उनकी आपत्तियों को अनसुना करने का आरोप लगाया। पंचायत में सर्वसम्मति से तय हुआ कि त्रिस्तरीय वार्ता के माध्यम से मांगें पूरी न होने पर परियोजना का पुरजोर विरोध किया जाएगा।
किसानों के आरोप
किसानों का कहना है कि सन सिटी हाईटेक टाउनशिप के लिए अधिग्रहीत भूमि पर जीडीए ने किसानों के साथ धोखा किया है। डीपीआर में बार-बार बदलाव कर बिल्डरों को लाभ पहुंचाया गया, जबकि किसानों की आपत्तियों को नजरअंदाज किया गया। एक किसान ने कहा, "हमारी जमीन ली गई, लेकिन वादे पूरे नहीं हुए। अब त्रिस्तरीय वार्ता ही समाधान है।"
पंचायत में उपस्थित बाबू भाई, फैसल हुसैन, सतीश शर्मा, अबरार, असलम, नासिर, कादिर, इमरान, आनंद नागर, धर्मबीर प्रधान, महेन्द्र प्रधान, खीमचन्द शर्मा, बालेश्वर नागर, विजयपाल, पीतम प्रधान, नीटू प्रधान, विनोद, शक्ति यादव, मा. सतीश, रंगा यादव, टेकन यादव, धीरज नेताजी, रामभूल यादव, आशाराम, सुरेश शर्मा, देवकरण, हाजी फारुख, तेजपाल, ऋषिपाल, देवेन्द्र शर्मा, प्रेम राज, मंगती सिंह, प्रमोद त्यागी, मोहित और सैकड़ों ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाई।
किसानों ने साफ चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें अनसुनी रहीं, तो सन सिटी हाईटेक टाउनशिप परियोजना को पूरी तरह ठप कर दिया जाएगा। पंचायत में तय हुआ कि विरोध को तेज किया जाएगा और प्रशासन पर दबाव बनाया जाएगा। किसान नेता टेकन यादव ने कहा, "हम शांतिपूर्ण विरोध करेंगे, लेकिन हक के लिए पीछे नहीं हटेंगे।"
सन सिटी हाईटेक टाउनशिप गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के तहत विकसित हो रही है, जिसमें डासना क्षेत्र के कई गांवों की जमीन शामिल है। किसान लंबे समय से मुआवजे और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। हाल के दिनों में जीडीए ने डीपीआर में संशोधन किया, जिससे किसानों का आक्रोश बढ़ गया।
जीडीए अधिकारियों ने कहा कि किसानों की मांगों पर विचार किया जा रहा है और वार्ता के लिए तैयार हैं। स्थानीय प्रशासन ने शांति बनाए रखने का आह्वान किया है। किसान संगठनों ने कहा कि यदि जल्द समाधान न हुआ, तो आंदोलन और तेज होगा।
यह पंचायत क्षेत्र में किसान आंदोलन को नई गति देगी। स्थानीय लोग किसानों के समर्थन में हैं और मांग कर रहे हैं कि उनकी आवाज सुनी जाए।