मुजफ्फरनगर। शहर के टाउन हॉल में मंगलवार को अनुष्ठानपूर्वक 113वीं श्रीरामलीला महोत्सव का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल और मीडिया सेंटर के अध्यक्ष एवं रॉयल बुलेटिन संपादक अनिल रॉयल ने पूजा-अर्चना कर और फीता काटकर किया।
राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने रामलीला मंच से संबोधित करते हुए कहा कि टाउन हॉल की रामलीला शहर की सबसे प्राचीन और 113 साल पुरानी परंपरा है। यह पूरे प्रदेश की अकेली ऐसी रामलीला है, जो पूरी तरह अनुष्ठानिक रीति-रिवाजों से संपन्न होती है। यहां राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान का किरदार निभाने वाले कलाकार एक महीने पहले से यहीं रहकर साधना करते हैं और उनका विधि-विधान से पूजन भी किया जाता है। उन्होंने कहा कि इस रामलीला का सबसे बड़ा गौरव यह है कि यहां रविंद्र जी की तीसरी पीढ़ी लगातार व्यास गद्दी पर बैठकर रामायण का पाठ कर रही है।
मीडिया सेंटर के अध्यक्ष अनिल रॉयल ने अपने संबोधन में कहा कि यदि हर घर में राम जी जैसे पुत्र, लक्ष्मण और भरत जैसे भाई तथा उर्मिला और मांडवी जैसी बहुएं हों, तो घर-घर में रामचरित्र मानस का जीवंत अनुभव होगा। उन्होंने कहा कि इस भावना से समाज में शांति, भाईचारा और समृद्धि स्थापित हो सकती है।
रामलीला सभा के अध्यक्ष शिवचरण दास गर्ग ने कहा कि यह रामलीला पूरे उत्तर प्रदेश में सबसे अनुशासित और मर्यादा युक्त मानी जाती है। यहां मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों का निर्वहन मंचन के दौरान पूरी गंभीरता से किया जाता है। उन्होंने बताया कि कलाकारों के लिए भोजन और भजन की विशेष व्यवस्था रहती है, जिसमें समिति के किसी भी पदाधिकारी या सदस्य का हस्तक्षेप नहीं होता।
रामलीला के शुभारंभ अवसर पर सभा अध्यक्ष शिवचरण गर्ग, मंत्री सतीश गर्ग, उपमंत्री अनमोल सिघल, कोषाध्यक्ष नीरज अग्रवाल, मुख्य निर्देशक साधुराम गर्ग, निर्देशक अजय गर्ग, कमलकांत शर्मा, अरविंद शर्मा, नितिन नामदेव, जगन्नाथ रुहेला, सुखदेव मित्तल, नवीन गुप्ता, सुशील गोयल, पुष्पेंद्र जिंदल, संजय गोयल, अंजुल भूषण, संजय गर्ग, दीपक मित्तल, संजय सक्सेना, योगेश जैन, राकेश सिंघल, अनुज अग्रवाल, रजत गोयल, अनुराग शर्मा, शोभित गुप्ता, शोभित सिंघल, रजत शर्मा, राघव गुप्ता, सागर कुचल, अंशुल जैन, अनमोल मित्तल, कृष्णा बंसल, अनिल बंसल, प्रिंस गर्ग, शुभम गौतम समेत सभी पदाधिकारी एवं कलाकार उपस्थित रहे।