मुजफ्फरनगर में बीजेपी जिलाध्यक्ष ने पुलिस के ख़िलाफ़ किया प्रदर्शन, कार पर बीजेपी के झंडे को लेकर हुआ था विवाद !

इस दौरान शंकर सिंह ने भाजपा जिला अध्यक्ष सुधीर सैनी और किसान मोर्चा ज़िलाध्यक्ष राजू अहलावत को फोन मिलाकर अधिकारी से बात कराने की कोशिश की, लेकिन आरोप है कि सीओ सिटी ने बातचीत से इनकार कर दिया।
यहां तक कि स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल द्वारा बात करने का प्रयास भी असफल रहा। इससे भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया।
शंकर सिंह ने बताया कि उन्होंने जिलाध्यक्ष से सीओ सिटी की बात कराने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि फोन कराना है तो योगी जी से कराओ ।
सूचना पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी और किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष राजू अहलावत के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता ख़ुद मौके पर पहुंचे और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आरोप है कि बढ़ते विरोध को देखते हुए सीओ सिटी के साथ आए पुलिसकर्मियों ने गाड़ी की चाबी राजू अहलावत को सौंप दी और चुपचाप वहां से निकल गए। बाद में राजू अहलावत भी बैकफुट पर नज़र आए । उन्होंने इसे मामूली मामला बता दिया ।
आपको बता दे कि पिछले कुछ महीनों में मुजफ्फरनगर में बीजेपी नेताओं के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार के कई मामले सामने आ चुके है पर हर बार बीजेपी नेताओं को किसी न किसी दबाव में बैकफुट पर आ जाना पड़ता है ।
हाल ही में बुढ़ाना में भी बीजेपी मंडल अध्यक्ष मोनू ठाकुर के भाई के साथ फर्जी मुठभेड़ का मामला था, उस दिन भी रामनाथ सिंह और राजू अहलावत बड़े गुस्से में बोल रहे थे लेकिन बाद में कोतवाल को हटा दिया गया तो फर्जी मुठभेड़ का मामला ही दफन हो गया था ।
फिलहाल घटना के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में गहरा रोष है और उनका कहना है कि अब अधिकारियों का रवैया पूरी तरह बदल गया है। कई कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वर्षों से अधिकारी भाजपा नेताओं की बात नहीं सुनते और मनमर्जी करते हैं, जिससे पार्टी और सरकार की साख पर असर पड़ता है।