"तेरे टुकड़े होंगे...जैसी भावना नहीं होनी चाहिए",बोले- मोहन भागवत -अब देश के लिए मरने का नहीं, जीने का समय है'
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को राष्ट्रवाद और देशभक्ति को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसने देश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। श्री विजयपुरम में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि अब समय देश के लिए मरने का नहीं, बल्कि देश के लिए जीने का है।
"भारत में केवल भारत की भक्ति होनी चाहिए और 'तेरे टुकड़े होंगे' जैसी भाषा बिल्कुल नहीं होनी चाहिए।"
मोहन भागवत के इस बयान पर तत्काल राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आनी शुरू हो गईं हैं, जिसने दो प्रमुख खेमों को विभाजित कर दिया है:
-
कांग्रेस की असहमति: कांग्रेस पार्टी ने मोहन भागवत के इस बयान पर अपनी असहमति जताई है।
-
बीजेपी का समर्थन: जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उनके बयान को सही ठहराया है और इसका पुरजोर समर्थन किया है।
संघ प्रमुख का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में राष्ट्रवाद और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर लगातार राजनीतिक बहस चल रही है।
संबंधित खबरें
लेखक के बारे में
रॉयल बुलेटिन उत्तर भारत का प्रमुख हिंदी दैनिक है, जो पाठकों तक स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय खबरें तेज़, सटीक और निष्पक्ष रूप में पहुँचाता है, हिंदी पत्रकारिता का एक भरोसेमंद मंच !
