iPhone से SUV तक, स्वदेशी का सफर: दिवाली 2025 में Made in India का डंका


टैरिफ और जियोपॉलिटिक्स का असर

दिवाली 2025 में रिकॉर्ड बिक्री की उम्मीद
इस साल दिवाली की बिक्री 4.75 लाख करोड़ रुपये के ऑल-टाइम हाई को पार कर सकती है, जिसमें ज्यादातर इंडियन-मेड प्रोडक्ट्स का हिस्सा होगा। नए GST सुधारों ने माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (MSMEs) को समर्थन देकर इंडियन प्रोडक्ट्स की तरफ रुझान को और मजबूत किया है। CAIT के सेक्रेटरी जनरल और चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल भी प्रधानमंत्री की स्वदेशी की अपील से सहमत हैं।
आईफोन का स्वदेशी मार्केट में दबदबा
लेटेस्ट iPhone अब मेड इन इंडिया के साथ आता है। कुछ साल पहले तक यह प्रोडक्ट लगभग पूरी तरह इम्पोर्टेड था। कैनालिस के डेटा के अनुसार, भारत में असेंबल किए गए डिवाइस अब US स्मार्टफोन इम्पोर्ट का 44% हिस्सा हैं, जो पिछले साल केवल 13% था। Apple ने FY25 में भारत में बिलियन के डिवाइस असेंबल किए, जो FY24 से 60% ज्यादा हैं, और इनमें से लगभग 80% एक्सपोर्ट किए गए।
सैमसंग और LG का भारत विस्तार
सैमसंग ने 1996 में ग्रेटर नोएडा में भारत में मैन्युफैक्चरिंग की शुरुआत की। आज यह देश में एप्पल के बाद दूसरा सबसे बड़ा हैंडसेट एक्सपोर्टर है। LG इलेक्ट्रॉनिक्स की नोएडा और पुणे फैक्ट्रियां टीवी, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन और एयर कंडीशनर बनाती हैं। 2026 तक LG का तीसरा प्लांट आंध्र प्रदेश में तैयार होगा, जिससे भारत ग्लोबल सप्लाई बेस के रूप में मजबूत होगा।
श्नाइडर इलेक्ट्रिक और विदेशी कंपनियों का फोकस
फ्रेंच टेक कंपनी श्नाइडर इलेक्ट्रिक के रिटेल प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का 80-85% हिस्सा भारत में लोकल स्तर पर तैयार होता है। भारत में इसकी 31 मैन्युफैक्चरिंग साइट्स हैं और तीन और साइट्स बनाने की योजना है। इसके अलावा स्कोडा, होंडा, टाटा और मारुति जैसी कंपनियां भी भारत में उत्पादन बढ़ा रही हैं, जिससे ऑटो सेगमेंट में देश की स्थिति मजबूत होती जा रही है।
दिवाली 2025 में स्वदेशी का दबदबा
इस दिवाली भारतीय बाजार में स्वदेशी प्रोडक्ट्स का दबदबा दिखेगा। चाहे वो हाई-टेक गैजेट्स हों या पारंपरिक हैंडीक्राफ्ट, सरकार और कंपनियों की संयुक्त पहल से भारत अब खादी से लेकर SUVs और iPhones तक के उत्पादन में आत्मनिर्भर बन चुका है।