नोएडा। मुख्यमंत्री दर्पण डैशबोर्ड समीक्षा में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर को माह सितंबर 2025 में उत्तर प्रदेश के समस्त कमिश्नरेट में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है तथा उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है।
जानकारी के अनुसार आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण में सितंबर महीने में कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। सितंबर महीने की रैंकिंग में इस बार जिले के सभी 27 थानों की रैंकिंग अव्वल रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से सितंबर माह की मूल्यांकन रिपोर्ट जारी की गई है।
पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने बताया कि आईजीआरएस एक ऑनलाइन पोर्टल है। इसे सरकार की तरफ से आम नागरिकों की शिकायतो व समस्याओं के समाधान के लिए बनाया गया है। उन्होंने बताया कि आइजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायती पत्रों की त्वरित व गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण के लिए प्रत्येक शुक्रवार को समीक्षा की जातौ है। इस प्रणाली का उद्देश्य नागरिकों को न्याय और समस्याओं के समाधान के लिए एक आसान और प्रभावी माध्यम प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि इस प्रणाली के तहत गौतमबुद्धनगर का सितंबर महीने में प्रथम रैंक आना एक उपलब्धि है। इसके साथ ही गौतम बुद्ध नगर के सभी थाने प्रथम रहे हैं। उन्होने बताया कि गौतमबुद्धनगर पुलिस जनता की शिकायतों का तुरंत निराकरण करने के लिए कृत संकल्प है।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मुख्यमंत्री दर्पण डैशबोर्ड समीक्षा में 112 पीआरवी रिस्पांस टाइम, अग्नि सुरक्षा एनओसी जारी करना, अनुसूचित जाति व जनजाति के कुल अपराध- हत्या/बलात्कार, आग से नुकसान का आंकलन, आबकारी अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही, उप्र. गिरोहबन्द अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही, उप्र. गुंडानियंत्रण अधिनियम-1970 निर्णीत वाद, एनडीपीएस अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही, कुल पंजीकृत शिकायतें एवं निस्तारण 1090, कर्मचारी सत्यापन, किरायेदार/पीजी सत्यापन, कार्यक्रम/प्रदर्शन अनुरोध, गुण्डा अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही, गिरफ्तारी/आत्मसमर्पण,गिरफ्तारी/आत्मसमर्पण-जघन्य, गिरफ्तारी/आत्मसमर्पण-गैंगस्टर एक्ट, चालान 34 पुलिस एक्ट के अंतर्गत, चरित्र प्रमाण पत्र, घरेलू सहायता सत्यापन, जघन्य अपराधों में लंबित विवेचना, जूलूस अनुरोध, पुरस्कार घोषित के विरूद्ध की गयी कार्यवाही, पॉक्सो एक्ट के अपराधों में कार्यवाही, पोस्टमार्टम रिपोर्ट अनुरोध, महिला के प्रति अपराध की कार्यवाही- हत्या/बलात्कार/शीलभंग/दहेज मृत्यु/अपहरण, लम्बित कुल विवेचनाओं का विवरण, वांछित अभियुक्तों के विरूद्ध की गयी कार्यवाही, शिकायत- सीसीटीएनएस, विरोध/हड़ताल अनुरोध, आईजीआरएस / जनसुनवाई, साक्षी गण का विवरण(सत्र न्यायालय), साक्षी गण का विवरण (अधीनस्थ कोर्ट) के संबंध में अभियान चलाकर त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही किए जाने के फलस्वरूप 'ए' श्रेणी की रैंकिंग प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री दर्पण डैशबोर्ड में पुलिस विभाग की विभिन्न शाखाओं/इकाइयों की कार्यवाहियों से संबंधित 51 बिन्दुओं पर समीक्षा के उपरान्त रैकिंग जारी की गयी है।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पुलिस अधिकारियों द्वारा आम जनमानस को और अधिक सुरक्षित व पुलिस और जनता के बीच अच्छे समन्वय स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयास जारी रहेगी।