स्नातक और शिक्षक की 5 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित,कांग्रेस अकेले लड़ेगी सभी 11 सीटें, सपा से गठबंधन से इनकार,अजय राय बोले- "यह सिंबल का चुनाव नहीं"

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शिक्षक-स्नातक एमएलसी (MLC) की 11 सीटों के लिए चुनाव 2026 में होने हैं, लेकिन राजनीतिक दलों ने अभी से अपनी रणनीति साफ करनी शुरू कर दी है। समाजवादी पार्टी (SP) द्वारा गुरुवार को पांच प्रत्याशियों के नाम घोषित करने के बाद, आज कांग्रेस ने भी अपने पांच उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है।

गठबंधन के सवाल पर अजय राय का बयान
सपा से गठबंधन के सवाल पर अजय राय ने स्पष्ट किया कि "यह सिंबल का चुनाव नहीं है, इसलिए इसमें कोई गठबंधन की बात नहीं है।" दोनों प्रमुख दलों द्वारा पांच-पांच प्रत्याशी घोषित करने से यह तय हो गया है कि इन चुनावों में 'इंडिया' गठबंधन की राहें अलग-अलग होंगी।
कांग्रेस के घोषित उम्मीदवार
कांग्रेस ने स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की पांच सीटों पर प्रत्याशियों के नाम वाराणसी शिक्षक संजय प्रियदर्शी, वाराणसी स्नातक अरविंद सिंह पटेल, लखनऊ स्नात देवमणि तिवारी, मेरठ स्नातक विक्रांत वशिष्ठ, आगरा स्नातक रघुराज पाल फाइनल किए हैं।
भाजपा और बसपा पर हमला
अजय राय ने प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए नकली कफ सिरप के मुद्दे पर घेराव किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 13 जिलों में ड्रग इंस्पेक्टर नहीं हैं, जिनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का क्षेत्र गोरखपुर भी शामिल है।
बसपा की रैली को लेकर उन्होंने मायावती पर भी निशाना साधा। राय ने आरोप लगाया कि मायावती ने 18 वर्ष बाद कांशीराम को याद किया और बसपा कार्यकर्ताओं को भाजपा की गाड़ी से रैली में पहुंचाया गया। उन्होंने इस रैली को "वंचितों को भ्रमित करने के साथ बिहार चुनाव को प्रभावित करने की साजिश" बताया।
राय ने कहा कि रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि की हत्या के मुद्दे पर न तो मायावती बोल रही हैं और न ही दूसरे दल। उन्होंने बताया कि कांग्रेस उस परिवार के साथ है, और कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज हरिओम के परिवार को आर्थिक सहयोग देने जा रहा था, जिसे पुलिस ने रोक दिया है।
इससे पहले, प्रदेश मुख्यालय में अजय राय और अन्य कांग्रेस नेताओं ने मुलायम सिंह यादव की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।