नोएडा में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 3.5 करोड़ की साइबर ठगी, महिला समेत तीन लोग बने शिकार
नोएडा। नोएडा के सेक्टर-50 में रहने वाली एक महिला से शेयर ट्रेडिंग में इनवेस्ट कराकर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर अज्ञात साइबर अपराधियों ने 3.5 करोड रुपए की ठगी कर ली। पीड़िता ने आज पुलिस से इस मामले में शिकायत की है। पीड़िता इतनी डरी हुई है कि वह पुलिस अधिकारियों के सामने भी जाने से घबरा रही है। इसके अलावा दो अन्य लोगों से भी साइबर अपराधियों ने एक करोड़ 12 लाख रुपए की ठगी हुई है।
अपर पुलिस उपायुक्त शैव्या गोयल ने बताया कि सेक्टर-50 में रहने वाली अर्पिता तिवारी ने आज पुलिस को फोन के द्वारा सूचना दी है कि साइबर अपराधियों ने शेयर ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर उन्हें अपने जाल में फंसाया तथा उनसे विभिन्न बैंक खातों में 3.5 करोड रुपए डलवा लिया। उन्होंने बताया कि महिला सोशल मीडिया पर इन्वेस्टमेंट की लिए सर्च कर रही थी, तभी उन्हें इंस्टाग्राम पर एक लिंक मिला। उस लिंक पर टच करने पर कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया तथा उन्हें व्हाट्सएप के दो ग्रुप से जोड़ा गया। उस ग्रुप में काफी लोग और जुड़े थे। वे लोग इन्वेस्टमेंट और फायदे के बारे में जानकारी दे रहे थे। पीड़िता के अनुसार वह उनके झांसे में आ गई।
अपर पुलिस उपायुक्त ने बताया कि पीड़िता से दूरभाष पर बात हुई है। वह काफी घबराई हुई है। उन्होंने पुलिस से कहा है कि वह अपने अधिवक्ता के माध्यम से नोएडा के सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाने में पहुंच रही है। उन्होंने बताया कि उनकी शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच करेगी।
अपर पुलिस उपायुक्त साइबर क्राइम शैव्या गोयल ने बताया कि एक अन्य मामले में धीरज जोशी पुत्र पुरनचंद जोशी ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह सेक्टर-59 स्थित एक कंपनी में फाइनेंस मैनेजर के पद पर कार्यरत है। पीड़ित के अनुसार उनकी कंपनी रियलमी इंडिया की अधिकृत सर्विस पार्टनर है। कंपनी द्वारा रियलमी इंडिया से पार्ट्स खरीदे जाते हैं।
पीड़ित के अनुसार उन्हें एक मेल प्राप्त हुआ। इसमें कहा गया कि रियलमी कंपनी को मेल मे दिए गए बैंक खाते में पेमेंट की जाए। पीड़ित के अनुसार वह झांसे में आ गए तथा ई-मेल से प्राप्त हुए बैंक अकाउंट में उन्होंने 78 लाख 9 हजार 103 रुपया ट्रांसफर कर दिया। उन्होंने बताया कि जब पीड़ित ने कंपनी के अधिकारियों से पेमेंट दिए जाने की बात की तो उन्हें बताया गया कि उन्हें पेमेंट प्राप्त नहीं हुई है। बाद में पीड़ित को पता चला कि उनके साथ साइबर ठगी हुई है। उन्होंने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उन्होंने बताया कि एक अन्य मामले में रईस अहमद ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 5 अगस्त को उनके पास एक व्यक्ति का फोन आया। उसने शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने का झांसा दिया। पीड़ित के अनुसार उन्होंने उसकी बात पर विश्वास कर उसके बताए गए खाते में 42 लाख 78 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिया। पीड़ित को ऐप पर अपनी रकम बढ़ी हुई दिखाई दे रही थी। जब उसने रकम निकालने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उसे अनुमति नहीं दी। बाद में आरोपियों ने उसे ग्रुप से निकाल दिया। उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
