बिहार चुनाव में बड़ा खुलासा? अखिलेश की SIR पर तीखी चोट! विपक्ष में हड़कंप!
पटना। जहां हम राजनीति की बड़ी खबरों को सटीक, सरल और साफ़ तरीके से आपके सामने लाते हैं। बिहार में चुनावी रुझानों के बाद जो तूफ़ान उठा है… उसने पूरे विपक्षी खेमे में भूचाल ला दिया है। और अब इसे लेकर सियासत एक नए मोड़ पर पहुंच चुकी है।”“बिहार के चुनाव परिणाम अभी पूरी तरह घोषित नहीं हुए, लेकिन रुझानों ने ही राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है।
दिल्ली में कांग्रेस के दफ्तर के बाहर ‘वोट चोरी’ के पोस्टर लगाए गए, पार्टी कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग तक के खिलाफ नारेबाज़ी की।
लेकिन इस पूरे माहौल में सबसे ज़्यादा सुर्खियां बटोरीं अखिलेश यादव के नए बयान ने!”
“उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर SIR—यानि विशेष गहन पुनरीक्षण—को लेकर केंद्र सरकार और बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है।
‘बिहार में जो खेल SIR ने किया है वो पश्चिम बंगाल, तमिलनाडू, यूपी और बाक़ी जगह अब नहीं हो पाएगा, क्योंकि इस चुनावी साज़िश का भंडाफोड़ हो चुका है।’
‘CCTV की तरह हमारा PPTV… यानी PDA प्रहरी… चौकन्ना रहकर भाजपाई मंसूबों को नाकाम करेगा। BJP दल नहीं, छल है।’”
“अखिलेश यादव ने यहां एक नया शब्द गढ़ा—PPTV!
यानी PDA प्रहरी टीवी…
जिसका अर्थ है कि पार्टी के कार्यकर्ता वोटों और चुनावी गतिविधियों पर लगातार नज़र रखेंगे।
सपा का दावा है कि इससे किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकी जा सकेगी।”
“यह पहली बार नहीं है जब सपा अध्यक्ष ने SIR—यानी विशेष गहन पुनरीक्षण—पर सवाल उठाए हों।
हाल ही में अखिलेश यादव ने कहा था कि मतदाता सूची के सत्यापन में आधार लिंकिंग को लेकर वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
उनका आरोप है कि कई जगहों पर पुरानी 2003 की मतदाता सूची का आधार बनाकर गड़बड़ियां की जा रही हैं।
और इससे PDA—यानि पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक वोटरों के नाम हटाए गए हैं।
