बिहार में नीतीश-मोदी की ‘विजयी जोड़ी’ का दबदबा; रुझानों में एनडीए की सुनामी, महागठबंधन बिखरता दिखाई दिया
Bihar Election NDA 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के ताजा रुझानों ने साफ कर दिया है कि राज्य में किसकी सरकार बनने जा रही है। शुरुआती घंटों से ही एनडीए ने ऐसी बढ़त बनाई जिसने महागठबंधन को पीछे छोड़ दिया। नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जोड़ी ने इस चुनाव में एक बार फिर अपना राजनीतिक असर दिखाया। रुझानों के अनुसार एनडीए 196 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि महागठबंधन केवल 39 सीटों पर सिमटता दिखाई दे रहा है। इस तरह पूरा चुनावी महासंग्राम एनडीए के नाम होता नजर आ रहा है।
नीतीश–मोदी की जोड़ी ने साबित किया राजनीतिक दमखम
महागठबंधन की रणनीति फेल, रुझानों में बुरी तरह पिछड़ा
महागठबंधन (MGB) के लिए ये रुझान किसी बड़े झटके से कम नहीं हैं। राजद, कांग्रेस, लेफ्ट और वीआईपी की साझेदारी जनता को प्रभावित नहीं कर पाई। राजद 29 सीटों पर, कांग्रेस 5 सीटों पर और लेफ्ट 5 सीटों पर ही बढ़त बनाए हुए है। कुल मिलाकर यह स्पष्ट है कि महागठबंधन बिहार की जनता को इस चुनाव में अपनी तरफ मोड़ने में सफल नहीं हो सका।
एनडीए का सीट-वाइज रिपोर्ट कार्ड बेहद मजबूत
एनडीए के रिपोर्ट कार्ड पर नजर डालें तो बीजेपी 90 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि जदयू 81 सीटों पर मजबूती से बढ़त बनाए हुए है। लोजपा (रामविलास) ने 20 सीटों पर शानदार प्रदर्शन किया है। रालोमो 4 सीटों पर और हम 3 सीटों पर आगे हैं। इन आंकड़ों ने एनडीए को बहुमत से काफी ऊपर पहुंचा दिया है। गठबंधन के भीतर सभी दलों के संयुक्त प्रदर्शन ने चुनावी समीकरणों को पूरी तरह एनडीए के पक्ष में कर दिया है।
महागठबंधन की स्थिति हुई और कमजोर
महागठबंधन के रिपोर्ट कार्ड में राजद 29, कांग्रेस 5 और लेफ्ट 5 सीटों पर ही आगे है। यह नतीजे महागठबंधन की रणनीति और नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं। चुनाव अभियान में एकजुटता दिखाने के बावजूद गठबंधन जनता में भरोसा नहीं जगा पाया। इन रुझानों ने विपक्ष को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि बिहार की राजनीति में जनता ने किसे तरजीह दी है।
