सीमांचल चुनावी जंग में ‘घुसपैठ’ बना बड़ा मुद्दा, मोदी-ओवैसी आमने-सामने

Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख करीब आते ही सीमांचल में घुसपैठ का मुद्दा एक बार फिर सियासत के केंद्र में आ गया है। किशनगंज समेत सीमावर्ती जिलों में भाजपा इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है। वहीं, विपक्षी दल इस दावे को नकारते हुए भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगा रहे हैं।
पीएम मोदी का बयान और विपक्ष की प्रतिक्रिया
ओवैसी ने भाजपा और आरएसएस पर बोला हमला
प्रधानमंत्री के बयान के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सीमांचल पहुंचे। उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया। ओवैसी ने सवाल उठाया कि अगर घुसपैठ हो रही है तो बीते 11 वर्षों में भाजपा सरकार क्या कर रही थी। उन्होंने दावा किया कि सीमांचल में कोई घुसपैठिए नहीं हैं, यहां के मुसलमान भारत के ही नागरिक हैं।
राजद ने भाजपा से मांगे आंकड़े
राजद नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदयनारायण चौधरी ने किशनगंज में कहा कि भाजपा घुसपैठ का मुद्दा उठाती है, लेकिन अब तक कितने घुसपैठियों की पहचान कर पाई, यह भी स्पष्ट करे। उन्होंने कहा कि बिना ठोस आंकड़ों के यह सिर्फ एक राजनीतिक मुद्दा बनाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश है।
स्थानीय स्तर पर भी उठी बहस
पूर्व विधायक गोपाल कुमार अग्रवाल और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुशांत गोप ने भी घुसपैठ के कारण सीमांचल की आबादी बढ़ने का दावा किया है। सुशांत गोप के मुताबिक, महीनगांव, गाछपाड़ा, छतरगाछ, दिघलबैंक और कोचाधामन जैसे इलाकों में 60 से 100 प्रतिशत तक आबादी बढ़ी है, जो घुसपैठ का स्पष्ट संकेत है।
हर माह पकड़े जाते हैं बांग्लादेशी नागरिक
किशनगंज और सीमावर्ती इलाकों में हर महीने तीन से चार बांग्लादेशी नागरिक पकड़े जाते हैं। इनके पास भारतीय आधार कार्ड और बांग्लादेशी दस्तावेज दोनों पाए गए हैं। चल रही एसआईआर जांच में करीब 15 हजार मतदाताओं को संदिग्ध मानते हुए नोटिस जारी किए गए हैं। प्रारंभिक तौर पर 1.45 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से काटे गए थे, जिनसे नागरिकता प्रमाण की मांग की गई है।
चुनावी मुद्दा बना घुसपैठ
स्पष्ट है कि सीमांचल में हर चुनाव से पहले घुसपैठ का मुद्दा गरमाता है। भाजपा जहां इसे बड़ा खतरा बता रही है, वहीं विपक्ष इसे निराधार करार दे रहा है। इस बीच, मतदाता सूची से नाम काटने और संदिग्ध मतदाताओं की जांच ने माहौल को और ज्यादा चुनावी बना दिया है।