बाड़मेर में मेवाराम जैन की कांग्रेस में वापसी पर बवाल: विवादित पोस्टरों और नार्को टेस्ट की चुनौती

Rajasthan News: बाड़मेर में कांग्रेस नेता मेवाराम जैन की वापसी के बाद राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। जगह-जगह आपत्तिजनक पोस्टर लगाए गए, जिनमें उन्हें गंभीर आरोपों के साथ बलात्कारी बताया गया। पोस्टरों में लिखा गया कि 'बाड़मेर हुआ शर्मसार, बलात्कारी हमें स्वीकार नहीं'। इन पोस्टरों में बाड़मेर, जैसलमेर और बालोतरा जिला कांग्रेस कमेटियों के नाम भी जोड़ दिए गए, जिससे संगठन में हड़कंप मच गया।
कांग्रेस ने विवाद से खुद को अलग किया
स्थानीय प्रशासन ने पोस्टरों को हटाया और कानूनी कार्रवाई शुरू
पोस्टरों को लेकर स्थानीय स्तर पर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। नगर परिषद के कमिश्नर सुरेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि बिना अनुमति लगाए गए पोस्टरों को हटा दिया गया है और संबंधित लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
मेवाराम जैन ने विरोधियों को नार्को टेस्ट की चुनौती दी
मेवाराम जैन ने मंच से कहा कि उन्हें कोर्ट से क्लीन चिट मिल चुकी है और जो विरोध हो रहा है, वह कांग्रेस के अंदर से ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "चाहे मार डालो, मैं कांग्रेस में ही रहूंगा"। साथ ही उन्होंने विरोधियों को नार्को टेस्ट करवाने की चुनौती दी, ताकि उनके चरित्र पर लगे आरोपों की सच्चाई सामने आ सके।
वापसी के बाद जगह-जगह विरोध और सुरक्षा सावधानी
पूर्व विधायक की वापसी के बाद विरोध के सुर तेज होने लगे। जयपुर से बाड़मेर आते समय मेवाराम जैन को कई बार रास्ता बदलना पड़ा। हालांकि उनके समर्थकों ने उन्हें तलवार भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान भजन संध्या और अन्य आयोजनों में उन्हें आमंत्रित किया गया।
मेवाराम जैन का राजनीतिक इतिहास और हाल की वापसी
गौरतलब है कि मेवाराम जैन को जनवरी 2024 में कांग्रेस से निष्कासित किया गया था। उनके खिलाफ दिसंबर 2023 में गैंगरेप का मामला दर्ज हुआ था। लेकिन सितंबर 2025 में कांग्रेस ने उनकी वापसी की घोषणा की। वापसी के चंद दिन बाद ही पोस्टर विवाद ने राजनीतिक पारा चढ़ा दिया और बाड़मेर की कांग्रेस में हलचल बढ़ा दी।