नागौर में भाजपा विधायक के पोस्टर पर कालिख से सियासी तनाव, मेघवाल समाज ने उठाई कार्रवाई की मांग

Rajasthan News: नागौर जिले के मेड़ता क्षेत्र में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के प्रस्तावित दौरे से पहले भाजपा विधायक लक्ष्मण राम मेघवाल के पोस्टर पर असामाजिक तत्वों ने कालिख पोत दी। यह घटना मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर लगाए गए स्वागत होर्डिंग पर हुई। तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पूरे क्षेत्र और मेघवाल समाज में गहरा रोष फैल गया।
मुख्यमंत्री दौरा रद्द और विवाद का कारण
ज्ञापन और तत्काल कार्रवाई की मांग
मेघवाल विकास समिति ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। समिति अध्यक्ष मूलचंद पवार ने कहा कि यह कालिख विधायक के चेहरे पर नहीं, बल्कि पूरे समाज की शांति और सौहार्द पर पोती गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और साजिश के आरोप
स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसे राजनीतिक साजिश बताया। उनका कहना है कि हाल ही में बाड़मेर के पूर्व विधायक के पोस्टर पर भी ऐसी हरकत हुई थी। विपक्षी दलों ने भी घटना की निंदा की। कई सामाजिक संगठनों ने कहा कि विधायक कलेरू सिर्फ़ राजनीतिक नेता नहीं, बल्कि सामाजिक एकता के प्रतीक हैं। 36 कौमों के प्रतिनिधियों ने भी एकजुट होकर विरोध जताया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना के बाद पुलिस हरकत में आ गई। जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और अज्ञात आरोपियों की तलाश में विशेष टीम गठित की गई है।
विधायक का बयान
लक्ष्मण राम मेघवाल ने कहा, "मैं मिट्टी का वृक्ष हूं, जिसे नदियों ने सींचा है। ऐसी छोटी बातें मुझे विचलित नहीं कर सकतीं। कानून अपना काम करेगा और समाज मेरे साथ खड़ा है।" कुछ लोगों का मानना है कि मुख्यमंत्री के दौरे के लगातार रद्द होने और भाजपा के अंदरूनी मतभेदों के चलते यह विवाद उत्पन्न हुआ।
सियासी मायने और सामाजिक प्रभाव
यह घटना राजस्थान की राजनीति में बढ़ती असहिष्णुता और अंदरूनी खींचतान की ओर इशारा करती है। साथ ही, यह सामाजिक सौहार्द पर चोट पहुंचाने वाली शर्मनाक हरकत मानी जा रही है। अब सबकी निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं।