शिवदीप लांडे ने अररिया से भरा नामांकन, कहा- 'अब जनसेवक के रूप में लड़ेंगे भ्रष्टाचार से लड़ाई'



'युवाओं की लड़ाई', भ्रष्टाचार के खात्मे का संकल्प
नामांकन के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए शिवदीप लांडे ने अपनी राजनीतिक यात्रा का उद्देश्य स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी के रूप में सेवा करने के बाद, अब वे जनसेवक के रूप में काम करना चाहते हैं।
उन्होंने इस चुनावी संघर्ष को "अररिया के युवाओं की लड़ाई" करार दिया। लांडे ने साफ किया कि उनकी पहली और सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता थाना और प्रखंड स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने की होगी।
सियासत की राह चुनने का कारण
यह पूछे जाने पर कि उन्होंने सियासत की राह क्यों चुनी, लांडे ने कहा कि एक पुलिस अधिकारी का कार्यक्षेत्र सीमित होता है, जबकि राजनीति में कार्यक्षेत्र बड़ा होता है। उन्होंने कहा कि विधायक के रूप में वह सीधे सरकार से जवाब तलब कर सकते हैं, जिससे बड़े बदलाव लाना संभव होगा।
उन्होंने अररिया की जनता से मिले अपार प्रेम पर भावुकता व्यक्त करते हुए कहा कि उनके प्रति प्रेम रखने वाले सैकड़ों युवा, बुजुर्ग, माताएं और बहनें बड़ी संख्या में पदयात्रा से जुड़ीं। उन्होंने विश्वास जताया कि अररिया की जनता बदलाव चाहती है, जो शांति, सुशासन और पारदर्शिता की ओर ले जाएगा।
नामांकन से पूर्व, पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने दक्षिणेश्वरी महाकाली मंदिर और खड़गेश्वरनाथ शिव मंदिर में पूजा-अर्चना कर भगवान का आशीर्वाद भी लिया।
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