सरकारी योजनाएं लेकर बीजेपी को वोट ना देने वाले ‘नमक हराम’, केंद्रीय मंत्री ने दिया आपत्तिजनक बयान !

बेगूसराय - केंद्रीय कपड़ा मंत्री और सांसद गिरिराज सिंह ने एक कार्यक्रम में पीएम मोदी की योजनाओं का लाभ लेने के बावजूद वोट न देने वालों को ‘नमक हराम’ कहा। उन्होंने विपक्ष पर ध्रुवीकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा, “राहुल और तेजस्वी बिहार को गुमराह कर रहे हैं, महागठबंधन की पदयात्रा चोरी के खिलाफ चोर की तरह है।” उनके बयान ने सियासी घमासान खड़ा कर दिया है।
कार्यक्रम में उन्होंने बेगूसराय को टेक्सटाइल हब बनाने की योजना का उल्लेख किया और बताया कि जल्द ही नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) खुलेगा। नई फैक्ट्री के उद्घाटन से 5,000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
इसके अलावा, गिरिराज सिंह ने भारत में बढ़ते हैंडलूम बाजार की तारीफ की और सोशल मीडिया पर बताया कि सरकार की नीतियों से बुनकरों को वैश्विक अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने कहा, “हैंडलूम सिर्फ धागा नहीं, भारत की पहचान है।”
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन ने गिरिराज सिंह के बयान की तीखी आलोचना की। एसटी हसन ने इसे सांप्रदायिक और विभाजनकारी करार देते हुए कहा कि मुसलमान देश के उतने ही हकदार नागरिक हैं जितने हिंदू। उन्होंने कहा, “‘नमक हराम’ जैसे शब्द मुस्लिम समुदाय का अपमान हैं।”
इमरान मसूद ने भी कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हर नागरिक का अधिकार है और यह किसी व्यक्ति का निजी पैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह का बयान अज्ञानता पर आधारित है और धार्मिक मामलों में फतवे के संदर्भ को गलत तरीके से पेश किया गया है।भारत-पाकिस्तान के एशिया कप मैच को लेकर भी इमरान मसूद ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ खेल नहीं, बल्कि व्यापार और मुनाफे का खेल बन गया है और ऐसे मैच पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है।
गिरिराज सिंह का बयान और उसके बाद विपक्ष की प्रतिक्रिया बिहार में राजनीतिक और सांप्रदायिक बहस को और तेज कर रही है।
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