न्याय के लिए उग्र चेतावनी: पोस्टमार्टम रोक, गिरफ्तारी की मांग और भारत बंद का ऐलान

Panjab News: हरियाणा के आईपीएस वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामले में रविवार को सेक्टर-20 के रविदास मंदिर में अनुसूचित जाति के 36 संगठनों की महापंचायत आयोजित हुई। इस दौरान नेताओं ने एक स्वर में डीजीपी हरियाणा शत्रुजीत कपूर को हटाने और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। Mahapanchayat का कहना है कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होती, आईपीएस अधिकारी का पोस्टमार्टम नहीं होगा।
48 घंटे का अल्टीमेटम और उग्र आंदोलन की चेतावनी

छह दिन बाद भी पोस्टमार्टम नहीं हो पाया
IPS वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के छह दिन बाद भी पोस्टमार्टम नहीं हो सका है। अधिकारी का शव पहले सेक्टर-16 अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया था और बाद में शनिवार को पीजीआई की मोर्चरी में शिफ्ट कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि शव को लंबे समय तक रखने से महत्वपूर्ण सबूत नष्ट हो सकते हैं, जिससे केस की न्यायिक प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से किया साफ इंकार
रविवार को एसएसपी कंवरदीप कौर सुबह से लेकर दोपहर तक अमनीत पी कुमार के सेक्टर-24 स्थित आवास पर मौजूद रहीं। वह पोस्टमार्टम के लिए एक औपचारिक पत्र लेकर गई थीं और परिवार से हस्ताक्षर लेने की कोशिश की, लेकिन स्वजन ने साफ मना कर दिया। अधिकारियों की लगातार कोशिशों के बावजूद परिवार अपने फैसले पर अडिग है, जिससे पूरे मामले की जांच जटिल होती जा रही है।