बाड़मेर में अंतिम संस्कार पर बवाल: वन विभाग की जमीन पर रोक से भड़का कालबेलिया समाज, MLA रविंद्र सिंह भाटी ने संभाला मोर्चा
Barmer Funeral: राजस्थान के बाड़मेर जिले में कालबेलिया जोगी समाज के युवक के अंतिम संस्कार को लेकर बड़ा बवाल खड़ा हो गया। समाज के लोग पारंपरिक रूप से वन विभाग की भूमि पर बने श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। इसके बाद गुस्साए परिजनों और समाज के लोगों ने शव को कलेक्टर कार्यालय की ओर ले जाने की कोशिश की, जिससे शहर में तनावपूर्ण माहौल बन गया।
जोगी समाज के युवक की मौत से भड़की नाराजगी
प्रशासन व पुलिस मौके पर पहुंची
जैसे ही शव यात्रा शुरू हुई, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी तुरंत हरकत में आए। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र सिंह चांदावत, एएसपी जस्साराम बॉस और डीएसपी रमेश कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। लेकिन समाज के लोग अपनी मांगों पर अड़े रहे।
MLA रविंद्र सिंह भाटी ने संभाली स्थिति
इस बीच शिव विधानसभा क्षेत्र के विधायक रविंद्र सिंह भाटी भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कालबेलिया समाज के प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बातचीत कर माहौल को शांत करने की पहल की। भाटी ने कहा कि किसी भी समाज की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए और प्रशासन को संवेदनशील रवैया अपनाना चाहिए।
स्थायी श्मशान भूमि की मांग
प्रदर्शनकारियों ने अपनी मुख्य मांग दोहराई कि उनके समाज को श्मशान के लिए स्थायी भूमि आवंटित की जाए। कालबेलिया समाज के अध्यक्ष नारायण कालबेलिया ने कहा कि उनके समुदाय के पास बाड़मेर में अंतिम संस्कार के लिए कोई निश्चित स्थान नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
भाटी के हस्तक्षेप से सुलझा विवाद
लंबी बातचीत के बाद MLA रविंद्र सिंह भाटी ने प्रशासन से समाज की मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिलाया। प्रशासन ने भी लिखित रूप से भूमि आवंटन की प्रक्रिया शुरू करने का वादा किया। इसके बाद समाज के लोगों ने शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाकर परंपरागत विधि से दाह संस्कार किया।
सरकार से जल्द समाधान की उम्मीद
विधायक भाटी ने कहा कि कालबेलिया समाज की मांग पूरी तरह से उचित है और प्रशासन को नियमों के तहत जल्द से जल्द भूमि आवंटन करना चाहिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए वे लगातार प्रशासन से बात करते रहेंगे।
