फतेहपुर दलित हत्याकांड: हरिओम की तेरहवीं पर गरमाई सियासत, अजय राय ने भाजपा को घेरा; सरकार ने दी ₹13.50 लाख और नौकरी
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के तुरबवली का पुरवा मोहल्ला में दलित युवक हरिओम रैदास की पीट-पीटकर हत्या के बाद अब सियासत गरमा गई है। कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के लगातार दौरों ने इस घटना को राजनीतिक रंग दे दिया है।
रायबरेली में हुई थी निर्मम हत्या
गंगादीन रैदास के 40 वर्षीय बेटे हरिओम रैदास की 1 अक्टूबर को रायबरेली में ग्रामीणों द्वारा निर्मम पिटाई से मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने चोट का बहाना बनाकर हरिओम की बेरहमी से पिटाई की थी, जिसमें उनकी जान चली गई थी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का दौरा
हरिओम वाल्मीकि के तेरहवीं कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय खुद फतेहपुर पहुंचे। उन्होंने हरिओम के फोटो पर माल्यार्पण किया, मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दी और परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। अजय राय ने माता-पिता से मुलाकात कर सांत्वना व्यक्त की और कहा कि कांग्रेस पार्टी हर कदम पर परिवार के साथ खड़ी रहेगी।
योगी सरकार पर तीखा हमला
अजय राय ने योगी सरकार की कार्रवाई को 'औपचारिक' बताते हुए भाजपा पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि "योगी सरकार पूरी तरह दलित विरोधी है।" उन्होंने लखनऊ में दलित बुजुर्ग को पेशाब चटवाने, कानपुर में दलित लड़की की आत्महत्या और रायबरेली में हरिओम की हत्या जैसी घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार दलितों को खत्म करने का काम कर रही है।
सरकार की ओर से आर्थिक मदद और नौकरी
दूसरी ओर, यूपी सरकार के मंत्री राकेश सचान और अरुण असीम भी हरिओम के परिवार से मिलने पहुंचे। सरकार की ओर से परिवार को तत्काल आर्थिक मदद और नौकरी दी गई है, जिसमें:
आर्थिक मदद: ₹13 लाख 50 हजार रुपये। बहन कुसुमा को मेडिकल कॉलेज फतेहपुर में नर्स की नौकरी। छोटे भाई को इंटर कॉलेज में चपरासी के पद पर नौकरी।
यह मामला फतेहपुर से रायबरेली तक दलित सुरक्षा, सरकारी जिम्मेदारी और राजनीतिक संवेदनशीलता की परीक्षा बन चुका है।
