पंचकूला फायर इमरजेंसी अलर्ट: शहर और जिले में सुविधाओं की कमी के कारण खतरा बढ़ा

Rajasthan News: पंचकूला जिला 315 वर्ग मील यानी लगभग 816 किलोमीटर के एरिया में फैला हुआ है। बावजूद इसके, पूरे जिले में केवल तीन फायर स्टेशन हैं। कालका और बरवाला फायर स्टेशन में बुनियादी सुविधाएं भी कम हैं। इस कमी के कारण इमरजेंसी में तेजी से प्रतिक्रिया देना मुश्किल हो रहा है।
शहर में भी फायर सेवाओं की स्थिति चिंताजनक
आबादी बढ़ने के बावजूद सुविधाएं कम
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक पंचकूला की जनसंख्या 5,58,890 थी। पिछले 9 वर्षों में यह संख्या बढ़कर 8 लाख से ज्यादा हो गई है। चंडीगढ़ के पास होने के कारण यहां का रेजिडेंटल इलाका तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन सुरक्षा और इमरजेंसी सुविधाओं की व्यवस्था अभी भी पिछड़ी हुई है।
हाल की आगजनी की घटनाएं बढ़ी चिंता का कारण
पिछले एक महीने में पंचकूला में 45 से अधिक आगजनी की घटनाएं दर्ज की गई हैं। फायर स्टेशन और संसाधनों की कमी के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि शहर में अतिरिक्त फायर स्टेशन और आधुनिक उपकरणों की आवश्यकता बढ़ गई है।