बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव की मां अंबी बिष्ट समेत 5 अफसरों पर FIR, LDA में हुआ भूखंड घोटाला, सियासी हलचल तेज

लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की महत्वाकांक्षी प्रियदर्शनी-जानकीपुरम योजना में हुए भूखंड आवंटन घोटाले में बड़ी कार्रवाई हुई है। भाजपा नेता अपर्णा यादव की मां और LDA की तत्कालीन संपत्ति अधिकारी अंबी बिष्ट समेत कुल पाँच अधिकारियों के खिलाफ सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) थाने में FIR दर्ज की गई है। इस कार्रवाई से उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है।
किन अफसरों पर हुई कार्रवाई?
विजिलेंस रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि इन पाँचों अधिकारियों ने स्वर्गीय मुक्तेश्वर नाथ ओझा के साथ मिलकर आवंटन में हेराफेरी की।
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अंबी बिष्ट: तत्कालीन संपत्ति अधिकारी, जिन्होंने रजिस्ट्री और विक्रय विलेख (सेल डीड) पर हस्ताक्षर किए।
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देवेंद्र सिंह राठौड़: तत्कालीन उपसचिव, जिन्होंने आवंटन पत्र जारी किए।
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वीरेंद्र सिंह: तत्कालीन अनुभाग अधिकारी, जिन्होंने कब्जा पत्र जारी किए।
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सुरेश विष्णु: वरिष्ठ कास्ट अकाउंटेंट, जिन पर फर्जी अभिलेख तैयार करने का आरोप है।
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शैलेंद्र कुमार गुप्ता: अवर वर्ग सहायक, जिन पर भूखंडों का गलत मूल्यांकन करने का आरोप है।
जांच में सामने आया कि कब्जा पत्र, आवंटन पत्र और रजिस्ट्री में नियमों की अनदेखी करते हुए फर्जी तरीके से बदलाव किए गए थे। सभी दस्तावेजों पर मौजूद हस्ताक्षरों की पुष्टि विधि विज्ञान प्रयोगशाला (FSL) से कराई गई, जो सही पाई गई।
भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा
रिटायर्ड अधिकारी अंबी बिष्ट, जो लखनऊ नगर निगम में भी कर अधिकारी रह चुकी हैं, पर यह FIR धारा 120-बी आईपीसी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) के तहत दर्ज की गई है। अब इस मामले में विवेचना शुरू हो गई है।
अपर्णा यादव ने दी 'नो कमेंट' की प्रतिक्रिया
इधर लखनऊ में मां पर FIR दर्ज हुई, उधर सुल्तानपुर जिला जेल दौरे पर पहुंची अपर्णा यादव (जो उत्तर प्रदेश महिला आयोग की वर्तमान उपाध्यक्ष हैं) से जब मीडिया ने इस पर प्रतिक्रिया पूछी तो उन्होंने 'नो कमेंट' कहकर सवाल टाल दिया।
हालांकि, वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हाइड्रोजन बम वाले बयान पर बोलने से नहीं चूकीं। अपर्णा यादव ने कहा, "वोट चोरी करना या न करना एक विषय है। कांग्रेस से ज्यादा वोट चोरी किसने की? बोफोर्स क्या है? गूगल पर सर्च कर लीजिए, कांग्रेस की पोल खुल जाएगी। पीएम मोदी की वजह से राष्ट्र विरोधियों की नींद खराब हो गई है।"
अपर्णा यादव भाजपा में शामिल होने के बाद विपक्षी दलों पर लगातार हमलावर रही हैं, ऐसे में उनकी मां पर हुई इस कार्रवाई ने सियासी गलियारों में बड़ी हलचल पैदा कर दी है।
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