करवाचौथ पर हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट बंद, 1,500 से अधिक यात्री बने इस भव्य उत्सव के गवाह

Uttarakhand News: गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट शुक्रवार दोपहर एक बजे शीतकालीन बंदी के लिए बंद कर दिए गए। इस अवसर पर 1,500 से अधिक श्रद्धालु घांघरिया पहुंचे, जो कपाट बंद होने के उत्सव में शामिल हुए। गुरुद्वारा और मंदिर को फूलों से सजाया गया था और सबद-कीर्तन का आयोजन किया गया। यात्रियों और आयोजकों का सम्मान भी किया गया।
उत्सव में शामिल हुई विशेष बैंड और जत्था

यात्रियों की संख्या और उनकी प्रतिक्रिया
गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब मैनजमेंट ट्रस्ट के मुख्य कार्याधिकारी सरदार सेवा सिंह ने बताया कि लगभग 1,500 से अधिक यात्री कपाट बंद करने के उत्सव में शामिल होने के लिए घांघरिया पहुंचे। अमेरिका, कनाडा और मलेशिया से भी श्रद्धालु आए। धाम में दो फीट से अधिक बर्फ जमी थी, जिससे यात्रियों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
धाम की सजावट और धार्मिक तैयारी
गुरुद्वारा साहिब और लक्ष्मण मंदिर को फूलों और विशेष सजावट के साथ भव्य रूप दिया गया। हेमकुंड साहिब के मुख्य ग्रंथी हमीर सिंह ने बताया कि सबद-कीर्तन, सुखमणि साहिब का पाठ और हुक्मनामा का आयोजन सभी श्रद्धालुओं के लिए किया गया। यात्राकाल की अंतिम अरदास भी इस दौरान सम्पन्न हुई।
कपाट बंद करने का पूरा कार्यक्रम
- सुबह 4 बजे: घांघरिया से जत्थों के रूप में हेमकुंड साहिब के लिए संगत रवाना
- सुबह 10 बजे: गुरुद्वारा साहिब में सुखमणि साहिब का पाठ
- पूर्वाह्न 11:15 बजे: सबद-कीर्तन
- दोपहर 12:15 बजे: यात्राकाल की अंतिम अरदास
- दोपहर 12:30 बजे: गुरुग्रंथ साहिब से हुक्मनामा प्राप्त
- दोपहर 1 बजे: गुरुद्वारा साहिब के कपाट बंद, इससे पहले निशान साहिब पर चढ़ाया गया चोला