हावड़ा एक्सप्रेस की चपेट में आया शिशु हाथी, 38 साल में 33 जानें ले चुका ये ट्रैक
Dehradun News: रायवाला के पास हरिद्वार–देहरादून रेल मार्ग पर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब हावड़ा दून एक्सप्रेस (13009) की चपेट में आने से एक शिशु हाथी की मौत हो गई। यह घटना राजाजी टाइगर रिजर्व के उस हिस्से में हुई है, जो हाथियों के प्रमुख आवागमन मार्ग के रूप में जाना जाता है।
पीछे रह गया मासूम हाथी
वंदे भारत ट्रेन रोकी गई
हादसे के तुरंत बाद दिल्ली आनंद विहार जा रही वंदे भारत ट्रेन को रायवाला स्टेशन पर रोकना पड़ा। वन विभाग ने लोको पायलट खुशी राम मौर्य और सहायक लोको पायलट दीपक कुमार के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया है।
38 साल, 33 हाथी- ट्रैक पर मौतों का लंबा इतिहास
राजाजी टाइगर रिजर्व से गुजरने वाला यह रेलवे ट्रैक हाथियों के लिए वर्षों से जानलेवा साबित हो रहा है। बीते 38 साल में इसी मार्ग पर अब तक 33 हाथियों की मौत हो चुकी है। 2023 में नर हाथी की मौत, 2021 में दो हादसे और इससे पहले 2016, 2017, 2018, 2020 में कई हाथी ट्रेन से कटकर मर चुके हैं।
कागज़ों में चौकसी
हादसा जिस स्थान पर हुआ, वह हाथियों का पारंपरिक गलियारा है, जहां अक्सर उनका मूवमेंट रहता है। ऐसे क्षेत्रों में चौकसी बढ़ाने और ट्रेन की रफ्तार नियंत्रित करने के निर्देश तो हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर यह व्यवस्था प्रभावी नहीं दिखती। बार-बार होने वाली मौतों के बावजूद वन विभाग और रेलवे के बीच तालमेल की कमी साफ दिखाई देती है।
