ऑनलाइन बस बुकिंग में बड़ा घोटाला: ऐप पर बसें ‘फुल’ दिखीं, लेकिन चार्ट में सिर्फ 16 यात्री


रेड बस और अभी बस कंपनी पर फर्जीवाड़े के आरोप

त्योहारी सीजन में यात्रियों से वसूला जा रहा मनमाना किराया
दीपावली के ट्रैवल सीजन में जहां आमतौर पर टिकटों की डिमांड बढ़ जाती है, वहीं टिकट कंपनियों ने यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाया। आरोप है कि इन कंपनियों ने मनमाना किराया वसूलने और ‘फुल बुकिंग’ का झांसा देने के लिए जानबूझकर सीटें ब्लॉक दिखाईं। निगम प्रबंधन ने इन अनियमितताओं की जांच SIT से कराने की सिफारिश की है।
चार्ट से खुली पोल: 50 में से 34 सीटें खाली
देहरादून से लखनऊ जाने वाली 50 सीटर बस की बुकिंग ऑनलाइन पोर्टल पर पूरी दिखाई दे रही थी। मगर जब वास्तविक चार्ट निकला, तो पाया गया कि केवल 16 टिकट ही बुक हुए थे। इन्हीं यात्रियों को बस में बैठाया गया जबकि बाकी सीटें पूरी तरह खाली थीं। परिवहन विभाग के अधिकारियों और परिचालक दोनों इस फर्जीवाड़े को देखकर हैरान रह गए।
यात्रियों को लगाया आर्थिक झटका
ऑनलाइन टिकट कंपनियां न केवल बुकिंग में बल्कि टिकट रिफंड में भी धांधली कर रही हैं। जांच में सामने आया कि कई यात्रियों के टिकट बिना जानकारी के खुद कंपनियों ने कैंसिल कर दिए। जिनका किराया ₹970 था, उन्हें सिर्फ ₹430 लौटाया गया, जबकि अन्य दो यात्रियों को ₹1950 में से केवल ₹900 लौटाए गए। यात्रियों के विरोध के बाद परिवहन अधिकारियों ने शिकायत दर्ज कराई।
फर्जी साइट्स से बचें, अधिकृत ऐप्स का करें उपयोग
मामले की बढ़ती शिकायतों के बीच आरटीओ (प्रवर्तन) डॉ. अनीता चमोला ने यात्रियों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने बताया कि कई फर्जी वेबसाइट्स बस किराया 4 से 5 गुना बढ़ाकर यात्रियों को ठग रही हैं। आरटीओ ने एसएसपी को पत्र भेजकर इन फर्जी वेबसाइट्स और एप्स पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। यात्रियों को केवल अधिकृत वेब पोर्टल्स के माध्यम से टिकट बुक करने की सलाह दी गई है।