भूले-बिसरे सभी पितरों का श्राद्ध होता है पितृ विसर्जन पर !

On

अपने पितरों का पिंडदान, श्राद्ध और तर्पण के लिए सबसे उत्तम समय पितृ विसर्जन अमावस्या  है। इस बार अमावस्या की शुरुआत 13 अक्टूबर की सुबह 11 बजकर 29 मिनट से होने जा रही है। अमावस्या तिथि का समापन अगले दिन अर्थात 14 अक्टूबर शनिवार की दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर होगा। उदयातिथि को मानते […]

अपने पितरों का पिंडदान, श्राद्ध और तर्पण के लिए सबसे उत्तम समय पितृ विसर्जन अमावस्या  है। इस बार अमावस्या की शुरुआत 13 अक्टूबर की सुबह 11 बजकर 29 मिनट से होने जा रही है। अमावस्या तिथि का समापन अगले दिन अर्थात 14 अक्टूबर शनिवार की दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर होगा। उदयातिथि को मानते हुए पितृ विसर्जन अमावस्या 14 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
जिनको अपने पूर्वज की मृत्यु तिथि नहीं पता है वे सर्वपितृ अमावस्या के दिन उनका श्राद्ध करते हैं। इस दिन पितरों को विदाई दी जाती है। इसलिए इसे पितृ विसर्जन अमावस्या पर्व कहा जाता है। मान्यता है कि जिनके पूर्वज श्राद्ध  ग्रहण कर खुशी-खुशी परमधाम लौटते हैं, उनके घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। पितृ विसर्जन के दिन पितरों की विदाई श्रद्धाभाव से करनी चाहिए।
पितृ विसर्जन पर्व पर प्रात: काल स्नान करने के बाद पीपल के पेड़ के पास पितरों का ध्यान करते हुए गंगा जल, काला तिल, चीनी, चावल, सफेद पुष्प अर्पित करते हुए ऊं पितृभ्य: नम: मंत्र का जाप करना चाहिए, इसके बाद पितृ सुक्त का पाठ करें और अपने पितरों से उनके प्रति की गई किसी भी गलती या भूल के लिए क्षमा याचना करे।
सर्वपितृ अमावस्या के दिन पितरों के लिए तरह-तरह व्यंजन बनाकर पितरों का तर्पण करे और फिर ब्राम्हणों को भोजन कराएं। इस दिन किसी भिखारी को दरवाजे से किसी को खाली हाथ न जाने दें। यदि घर पर कोई भिखारी आता है तो उसका इज्जत सत्कार करते हुए उसे भोजन कराकर जरुरत की वस्तुएं दान दें। इस दिन घर पर या घर के आस-पास रहने वाले जानवरों को भोजन कराएं। मान्यता है कि इस दिन जो लोग श्रद्धा भाव से पितरों का तर्पण करते हैं उन पर पितृ प्रसन्न रहते हैं।
सर्वपितृ अमावस्या को उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी मृत्यु अमावस्या को होती है। वहीं जिन लोगों की मृत्यु की तिथि ज्ञात नहीं होती है उन लोगों का श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान भी सर्वपितृ अमावस्या को किया जाता है।इसीलिए सर्वपितृ अमावस्या को श्राद्ध पक्ष में बहुत ही विशेष माना गया है।इस दिन उन महिलाओं का भी श्राद्ध करने की परंपरा है, जिनकी मृत्यु सौभाग्यवती रहते हुए हो जाती है।वैसे महिलाओं के लिए नवमी तिथि को अहम माना गया है। नवमी की तिथि को विवाहित महिलाओं का श्राद्ध करने का विधान है।
इस अमावस्या को मोक्षदायिनी अमावस्या भी कहते हैं।इस बार की  सर्वपितृ अमावस्या पर बहुत ही शुभ संयोग बन रहा है। इस बार अमावस्या के दिन शनिवार होने के कारण इसे शनिचरी अमावस्या भी कहा जा रहा है। इस दिन साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लग रहा है। इस अवसर पर शुभ इंद्र योग भी है। सर्वपितृ अमावस्या अश्विन माह में पडऩे से इसका महत्व और बढ़ जाता है।
श्राद्ध पर्व परमेश्वर की रची हुई माया का एक अंश है, जिसके द्वारा वे सभी प्राणियों के साथ अपना कौतुक करते हैं। ये सभी प्राणियों को अपने शरीर से ही प्रकट करते हैं और पुन: अपने में ही विलीन कर लेते हैं। जन्म से लेकर मृत्यु तक के कालखंड को ही जीवन कहते है जिसको जीव प्रति कल्प  अपने कर्मों के अनुसार भोगता है। जन्म लेने के बाद जो जीव परमेश्वर को याद रखते हैं, वे कालान्तर में पुन: उन्हीं में विलीन हो जाते हैं अर्थात मोक्ष प्राप्त कर लेते है और जो मार्ग से भटक जाते हैं, उन्हें पुन: जन्म लेना  पड़ता है। जिस प्रकार यात्रा करते समय मार्ग का सही पता न होने के कारण हम मार्ग भूलकर आगे निकल जाते हैं और किसी और से रास्ता पूछकर वापस लौटते हैं, उसी प्रकार यह भी एक जीवन यात्रा  है।
प्राणियों को मोक्ष लिए परमेश्वर ने छियानबे पर्व बनाए हैं। इनमें बारह महीने की बारह अमावस्या, सतयुग, त्रेता, द्वापर और कलियुग के प्रारम्भ की चार तिथियां, मनुवों के आरम्भ की चौदह मन्वादि तिथियां, बारह संक्रांतियां, बारह वैधृति योग, बारह व्यतिपात योग, पंद्रह महालय-श्राद्ध पक्ष की तिथियां, पांच अष्टका, पांच अन्वष्टका और पांच पूर्वेद्युह ये श्राद्ध करने छियानबे अवसर निहित हैं जिनमें अलग-अलग तीर्थों, नदियों, गया तथा बद्रीनाथ में पिंडदान या फिर तर्पण किये जा सकते हैं।देवताओं के पितृगण ‘अग्निष्वात्त’ व सोमपथ की मानस कन्या अच्छोदा ने एक हज़ार वर्ष तक निर्बाध तपस्या की थी, उनकी इस तपस्या से प्रसन्न होकर दिव्य शक्ति परायण देवताओं के पितृगण अच्छोदा को वरदान देने के लिए दिव्य सुदर्शन शरीर धारण कर आश्विन अमावस्या के दिन उपस्थित हुए थे।
उन पितृगणों में ‘अमावसु’ नाम के एक अत्यंत सुंदर पितर की मनोहारी-छवि यौवन और तेज देखकर अच्छोदा कामातुर हो गयीं और उनसे प्रणय निवेदन करने लगीं किन्तु अमावसु अच्छोदा की कामप्रार्थना को ठुकराकर अनिच्छा प्रकट की जिससे अच्छोदा अति लज्जित हुई और स्वर्ग से पृथ्वी पर आ गिरीं। अमावसु के ब्रह्मचर्य और धैर्य की सभी पितरों ने सराहना की एवं वरदान दिया कि, यह तिथि ‘अमावसु’ के नाम से जानी जाएगी।इसी कारण इस पर्व को पवित्रता का पितृ विसर्जन पर्व माना जाता है।
-डॉ श्रीगोपाल नारसन एडवोकेट

लेखक के बारे में

रॉयल बुलेटिन न्यूज़ Picture

रॉयल बुलेटिन उत्तर भारत का प्रमुख हिंदी दैनिक है, जो पाठकों तक स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय खबरें तेज़, सटीक और निष्पक्ष रूप में पहुँचाता है, हिंदी पत्रकारिता का एक भरोसेमंद मंच !

नवीनतम

मुज़फ्फरनगर में पड़ोस की नवविवाहिता के साथ फरार हुआ शादीशुदा युवक, पत्नी ने लगाई पति की बरामदगी की गुहार

मुज़फ्फरनगर। शहर के नियाज़ीपुरा क्षेत्र में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक नवविवाहित युवक पड़ोस की नवविवाहिता के...
मुज़फ़्फ़रनगर 
मुज़फ्फरनगर में पड़ोस की नवविवाहिता के साथ फरार हुआ शादीशुदा युवक, पत्नी ने लगाई पति की बरामदगी की गुहार

आगरा में मंत्री बेबी रानी मौर्या की बैठक में अफसर नहीं पहुंचे,भड़की मंत्री, वीडियो वायरल

आगरा। यूपी सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्या के साथ एक अभूतपूर्व घटना सामने आई है, जिसने प्रदेश की...
उत्तर प्रदेश  आगरा 
आगरा में मंत्री बेबी रानी मौर्या की बैठक में अफसर नहीं पहुंचे,भड़की मंत्री, वीडियो वायरल

नोएडा-ग्रेटर में सड़क हादसे, महिला समेत 3 की मौत, 6 घायल

नोएडा। जनपद गौतमबुद्व नगर के नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में हुए हुए सड़क हादसों में एक महिला समेत 3...
दिल्ली NCR  नोएडा 
नोएडा-ग्रेटर में सड़क हादसे, महिला समेत 3 की मौत, 6 घायल

मुजफ्फरनगर में ट्रांसफॉर्मर चोरी करने वाला गैंग मुठभेड़ में गिरफ्तार

मुजफ्फरनगर। जिले के ककरौली थाना क्षेत्र में सक्रिय ट्रांसफॉर्मर और ट्यूबवेल के तार चोरी करने वाले गिरोह का पुलिस ने...
Breaking News  मुज़फ़्फ़रनगर 
मुजफ्फरनगर में ट्रांसफॉर्मर चोरी करने वाला गैंग मुठभेड़ में गिरफ्तार

काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों को मिला सरकारी कर्मचारी का दर्जा, वेतन में तीन गुना बढ़ोतरी

वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए मंदिर के पुजारियों और...
Breaking News  उत्तर प्रदेश  मुख्य समाचार  वाराणसी 
काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों को मिला सरकारी कर्मचारी का दर्जा, वेतन में तीन गुना बढ़ोतरी

उत्तर प्रदेश

आगरा में मंत्री बेबी रानी मौर्या की बैठक में अफसर नहीं पहुंचे,भड़की मंत्री, वीडियो वायरल

आगरा। यूपी सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्या के साथ एक अभूतपूर्व घटना सामने आई है, जिसने प्रदेश की...
उत्तर प्रदेश  आगरा 
आगरा में मंत्री बेबी रानी मौर्या की बैठक में अफसर नहीं पहुंचे,भड़की मंत्री, वीडियो वायरल

काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों को मिला सरकारी कर्मचारी का दर्जा, वेतन में तीन गुना बढ़ोतरी

वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए मंदिर के पुजारियों और...
Breaking News  उत्तर प्रदेश  मुख्य समाचार  वाराणसी 
काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों को मिला सरकारी कर्मचारी का दर्जा, वेतन में तीन गुना बढ़ोतरी

उत्तर प्रदेश में 6 नए CMO की तैनाती, मथुरा, हरदोई, आज़मगढ़ समेत कई जिलों में बदलाव

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए सरकार ने 6 जनपदों में मुख्य चिकित्साधिकारी...
Breaking News  उत्तर प्रदेश  मुख्य समाचार  लखनऊ 
उत्तर प्रदेश में 6 नए CMO की तैनाती, मथुरा, हरदोई, आज़मगढ़ समेत कई जिलों में बदलाव

Sapa में टिकट को लेकर टकराव! नूरिया अंसारी पर फातिमा का तीखा बयान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश 2027 के चुनाव को लेकर सभी पार्टियों में घमासान मचा है लेकिन सपा की रफ्तार थोड़ी तेज...
Breaking News  उत्तर प्रदेश  लखनऊ 
Sapa में टिकट को लेकर टकराव! नूरिया अंसारी पर फातिमा का तीखा बयान