-कृष्णा कुमारी
अक्सर देखने में आता है कि महिलायें और किशोरियां अपनी त्वचा, अपने बालों आदि के प्रति खास लगाव रखती हैं और
यदा-कदा वे अपनी काया को छरहरा रखने के लिए विभिन्न सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग करती रहती हैं।
इन सौंदर्य प्रसाधनों का उचित प्रयोग करके वे अपनी उम्र को कुछ हद तक छिपा भी सकती हैं। बेशक महिलाएं विभिन्न
प्राकृतिक एवं अप्राकृतिक उपचार द्वारा अपनी उम्र को छिपा सकती हैं लेकिन वे मानसिक तनाव को कम नहीं कर सकती
जिसका सीधा असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है।
वैसे तो तनाव चाहे जैसा भी हो, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। यहां जिक्र आता है उम्र से संबंधित तनाव का। अब
यह तो सभी जानते हैं कि उम्र एक ऐसी चीज है जिसे हम बढ़ते देख सकते हैं लेकिन रोक नहीं सकते। प्रश्न उठता है उन
युवतियों का जो अविवाहित हैं या फिर किसी कारणवश विवाह करने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसी लड़कियां अक्सर अपनी
उम्र की वजह से तनावग्रस्त रहती हैं। उन्हें हर पल यह महसूस होता है कि बढ़ती उम्र उनके सौंदर्य पर हावी होती जा रही
है और इसकी वजह से उनका सौंदर्य भी फीका पड़ता जा रहा है जबकि यह धारण गलत है। सच्चाई तो यह है कि ‘इंसान
अपनी उम्र से नहीं, सोच से बूढ़ा होता है।‘
कहने का तात्पर्य यह है कि हमें अपनी सोच को नकारात्मक न बनाकर सकारात्मक बनाना चाहिए। किसी ने कहा भी है
कि हमें अपनी आयु की गणना अपने मित्रों की संख्या से करनी चाहिए। अगर आप चाहें तो अपनी रूचि अनुसार अपने
मित्रों का चुनाव कर सकती हैं। अगर कभी खाली वक्त मिले तो अपनी मित्र मंडली में भी शामिल हो सकती हैं। मित्रों को
अपने घर पर जलपान आदि के लिए भी निमंत्रित कर सकती हैं। कभी-कभार मित्रों के साथ पिकनिक पर बाहर जाने का
भी प्रोग्राम बना सकती हैं। इस तरह से जहां आप के दिमाग को थोड़ा विश्राम मिलेगा, वही आप-आप आप को पहले से
ज्यादा तरोताजा महसूस करेंगी।
जहां तक हो सके, अपने आप को किसी न किसी कार्य में व्यस्त रखें क्योंकि जितना आप खाली रहेंगी, उतने ही
नकारात्मक विचार आपको तंग करेंगे।
यह जरूर ध्यान रखें कि आप अपने आप को इतना भी व्यस्त न रखें कि जिसकी वजह से आपको अपनी ही जिंदगी बोझ
लगने लगे। खुद अपने लिए भी जीना सीखें। आपकी जिंदगी अनमोल है, इसे चिंता में व्यस्त रहकर यूं ही न गंवाइए।
जिंदगी के हर पल को जीने की कोशिश करिए अर्थात जिंदादिल बनने की कोशिश करिए। अपनी उम्र को परिपक्वता से
जोड़ कर देखिए। परिपक्वता जहां आपको आनेवाले समय के लिए तैयार करती है वहीं आपको आने वाली जिदंगी की
विभिन्न समस्याओं से निबटना सिखाती है। (स्वास्थ्य दर्पण)