शामली में मिशन शक्ति के तहत 21 बेटियों को मिली प्रशासनिक जिम्मेदारी, डीएम और एसपी बनी बेटियां


शामली। उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी 'मिशन शक्ति' अभियान को आगे बढ़ाते हुए शामली जनपद में एक सराहनीय और अनूठी पहल की गई। महिलाओं को सशक्त और जागरूक बनाने की दिशा में उठाए गए इस कदम के तहत, ज़िले की 21 होनहार बेटियों को एक दिन के लिए प्रशासनिक पदों की जिम्मेदारी सौंपी गई। इन बेटियों ने न केवल जनपद का मान बढ़ाया, बल्कि प्रशासनिक अनुभव प्राप्त कर सशक्त भारत का चेहरा भी प्रस्तुत किया।
'मिशन शक्ति' के तहत चयनित 21 बेटियों में, सीबीएसई इंटर परीक्षा में देशभर में प्रथम स्थान हासिल करने वाली सावी जैन का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा। उनकी इस असाधारण उपलब्धि के सम्मान में, उन्हें एक दिन के लिए शामली जिले का जिलाधिकारी (DM) बनाया गया।
DM के रूप में सावी जैन ने ज़िलाधिकारी कार्यालय में पीड़ितों की फरियादें सुनीं और त्वरित कार्रवाई के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को तत्काल निर्देश दिए। वहीं, एक अन्य होनहार छात्रा रिद्धि मित्तल को एक दिन के लिए पुलिस अधीक्षक (SP) की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और थाना स्तर पर आने वाली शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सावी जैन ने इस अनुभव को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि अब वह समाज में बदलाव लाने के लिए और अधिक मेहनत करेंगी।
कार्यक्रम के अंत में, प्रशासन की ओर से बेटियों को उनकी सेवा के लिए एक दिन का मानदेय भी प्रदान किया गया। 'मिशन शक्ति' अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बेटियों को सामाजिक, आर्थिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि वे जीवन के हर क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।
शामली में आयोजित इस कार्यक्रम ने बेटियों में नया आत्मविश्वास भर दिया। प्रशासनिक पदों पर आसीन होकर उन्होंने समाज को यह स्पष्ट संदेश दिया कि बेटियाँ किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं, बस उन्हें अवसर देने की ज़रूरत है। मिशन शक्ति की यह पहल न केवल बेटियों को सम्मान देने का माध्यम बनी, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए भी एक बड़ी प्रेरणा का कार्य किया है।