शामली। नगर पालिका क्षेत्र के कौशांबी विहार मोहल्ले में गंदे पानी का जलभराव गंभीर समस्या बना हुआ है, जिससे स्थानीय नागरिकों और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी हो रही है। इस समस्या को लेकर रविवार को मोहल्ले के सैकड़ों महिला-पुरुष प्रदर्शन करते हुए अपनी आवाज़ बुलंद की।
वार्ड सभासद अनिल उपाध्याय ने बताया कि करीब दो वर्ष पहले नगर पालिका ने मोहल्ले की जल निकासी के लिए नाले का निर्माण कराया था। इस नाले का पानी बुढ़ाना रोड की ओर निकाला जाना था, लेकिन नगर पालिका अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी के दबाव में आकर इसे एक जनप्रतिनिधि के प्रभाव में मोहल्ले की तरफ मोड़ दिया गया। नाला पानी कई वर्षों तक एक किसान के खेत में जमा होता रहा, जिसके बाद किसान ने शिकायत के बाद अपने खेत में दीवार बना ली। इससे गंदा पानी अब एक प्रतिष्ठित स्कूल और मोहल्ले की गलियों में भरा हुआ है।
इस वजह से मोहल्ले के करीब आधा दर्जन आसपास के गांवों के स्कूल जाने वाले छात्र भी इस जलभराव के कारण अपने स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। कई बार लोगों को कई फीट गहरे पानी से गुजरना पड़ता है। स्थानीय नागरिकों ने इस समस्या की शिकायत नगर पालिका, जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
जब रविवार को प्रदर्शनकारियों ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (ईओ) से इस समस्या का समाधान कराने की मांग की, तो ईओ ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए प्रदर्शनकारियों को मुकदमे और जेल भेजने की धमकी दे डाली। इस पर लोगों में भारी रोष फैल गया और उन्होंने ईओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे अपनी समस्या का शांतिपूर्ण और त्वरित समाधान चाहते हैं और इस जलभराव के कारण उनकी जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। उन्होंने प्रशासन से संवेदनशीलता दिखाने और समस्या का स्थायी समाधान निकालने की अपील की है।