शामली में कनियान गांव के 1085वें स्थापना दिवस पर पहुंचे मंत्री केपी मलिक, बोले– मृत्यु भोज जैसी कुरीतियों से बचना होगा



कनियान गांव के ग्रामीण पिछले कई वर्षों से गांव का स्थापना दिवस मनाते आ रहे हैं। इस वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में उन प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने शिक्षा, सेवा, खेल या अन्य क्षेत्रों में गांव का नाम रोशन किया है। इस वर्ष भी समारोह के माध्यम से गांव की 50 प्रतिभावान छात्रों, युवकों और युवतियों को सम्मानित किया गया।
मृत्यु भोज की कुरीति पर प्रहार
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य मंत्री केपी मलिक ने कहा कि समाज में अनेकों बुराइयां फैल रही हैं, जिनमें मृत्यु भोज भी प्रमुख रूप से शामिल है। उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोग अपने माता-पिता की तेहरवीं पर ब्रह्म भोज करने में सक्षम होते हैं, लेकिन उन्हें देखकर अन्य व्यक्ति भी दिखावे के लिए लोन लेकर या रिश्तेदारों और पड़ोसियों से कर्ज लेकर इस प्रकार का भव्य आयोजन करते हैं।
मंत्री ने इसे समाज की एक बड़ी कुरीति बताते हुए कहा, "यह अच्छी बात नहीं है। समाज को इस बुराई को खत्म करने के विषय में सोचना होगा। यह समाज की बड़ी कुरीति है, इस प्रकार की कुरूतियों से समाज को बचाना होगा।"
बच्चों की शिक्षा के लिए लें कर्ज
केपी मलिक ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि यदि लोन लेना ही है तो अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए लोन लें, अपने बच्चों के भविष्य बनाने के लिए। उन्होंने मोबाइल फोन के सदुपयोग और दुरुपयोग पर भी बात की और कहा कि वर्तमान समय में पारिवारिक संस्कार और अन्य प्रकार के संस्कारों में लगातार गिरावट आई है।
मंत्री ने कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि यह पौराणिक गांव आज अपना 1085वां जन्मदिन मना रहा है और गांव की मान्यताओं के हिसाब से ही यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया है।