Anahat Singh: भारतीय स्क्वाश की उभरती स्टार और राष्ट्रीय चैंपियन अनाहत सिंह का बोस्टन ओपन में जीत का सिलसिला क्वार्टर फाइनल में जाकर थम गया। 15,000 अमेरिकी डॉलर की ईनामी राशि वाले इस प्रतिष्ठित पीएसए चैलेंजर टूर्नामेंट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए अंतिम आठ में जगह बनाई थी। हालांकि निर्णायक मुकाबले में मिस्र की जाना स्वाइफी ने बेहतर खेल दिखाया और अनाहत को 11-4, 11-9, 6-11, 3-11, 11-5 से पराजित कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
शानदार शुरुआत के बावजूद निर्णायक गेम में गया मैच का रुख
अनाहत की शुरुआत संतुलित रही, उन्होंने बीच के गेमों में शानदार वापसी कर स्कोर 2-2 पर ला दिया था। उन्होंने तीसरे और चौथे गेम में अपनी रफ्तार और रणनीति से प्रतिद्वंद्वी को चुनौती दी, लेकिन पाँचवें और निर्णायक गेम में जाना स्वाइफी का अनुभव भारी पड़ा और उसने 11-5 से निर्णायक जीत हासिल कर ली। यह मैच लगभग एक घंटे चला और हर पॉइंट पर दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला।
अमेरिकी खिलाड़ी को हराकर इतिहास रचने के बाद थमी रफ्तार
इससे पहले राउंड ऑफ 16 में, अनाहत ने अमेरिका की चार्लोट जे को रोमांचक मुकाबले में 11-4, 11-6, 9-11, 11-8 से मात दी थी। उस जीत ने उन्हें क्वार्टर फाइनल में जगह दिलाई थी और भारतीय प्रशंसकों में उम्मीद की एक नई किरण जगा दी थी। हालांकि क्वार्टर फाइनल में हार के बाद भी उनका प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसनीय रहा।
भारत की भावी उम्मीद बनीं अनाहत
हालांकि यह हार निराशाजनक रही, परंतु अनाहत का खेल लगातार निखर रहा है और उन्होंने दिखाया है कि वह भविष्य में भारत को अंतरराष्ट्रीय स्क्वाश चैंपियनशिप में गौरव दिलाने की क्षमता रखती हैं। मातृभूमि और खेल जगत अब उनसे अगले टूर्नामेंट में और भी बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है।