एनबीए के महान कोच लेनी विल्कंस का निधन: हॉल ऑफ फेमर ने बास्केटबॉल को दी नई दिशा, छोड़ी अमर विरासत
Lenny Wilkens: एनबीए के सबसे सम्मानित चेहरों में शामिल लेनी विल्कंस का 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। वे नाइस्मिथ मेमोरियल बास्केटबॉल हॉल ऑफ फेम में तीन बार शामिल होने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। उनके परिवार ने निधन की पुष्टि की, लेकिन कारण सार्वजनिक नहीं किया। उनके जाने से बास्केटबॉल जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
तीन बार हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले विल्कंस ने बनाया इतिहास
सिएटल सुपरसोनिक्स को बनाया चैंपियन टीम
1968 में सिएटल सुपरसोनिक्स के साथ जुड़ने के बाद विल्कंस ने टीम को नई पहचान दी। पहले ही सीजन में उन्होंने 22.4 अंकों की औसत से शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने खिलाड़ी-कोच की दोहरी भूमिका निभाई और 1978-79 में टीम को एनबीए खिताब जिताया। यह जीत आज भी सिएटल की सबसे यादगार उपलब्धियों में गिनी जाती है।
कोचिंग करियर में बनाए बेमिसाल रिकॉर्ड
विल्कंस का कोचिंग करियर 32 सीजन तक चला। उन्होंने क्लीवलैंड कवेलियर्स, अटलांटा हॉक्स, टोरंटो रैप्टर्स और न्यूयॉर्क निक्स जैसी टीमों को प्रशिक्षित किया। उनकी रणनीति और शांत नेतृत्व शैली ने उन्हें एनबीए के इतिहास के महानतम कोचों में शामिल किया। 2021 में एनबीए ने उन्हें 75 महानतम खिलाड़ियों और 15 सर्वकालिक महान कोचों में स्थान दिया।
एनबीए कमिश्नर ने दी श्रद्धांजलि
एनबीए कमिश्नर एडम सिल्वर ने विल्कंस को “खेल के सच्चे दूत” बताया। उन्होंने कहा, “लेनी विल्कंस ने बास्केटबॉल की आत्मा को परिभाषित किया। वे खिलाड़ी, कोच और एक इंसान के रूप में बेमिसाल थे।” सिएटल शहर ने उनके सम्मान में उनकी प्रतिमा भी स्थापित की है, जो आज भी उनकी विरासत का प्रतीक है।
