टोक्यो की उसी धरती पर नीरज चोपड़ा का सपना टूटा, सचिन यादव ने चमकाया भारत का नाम

World Athletics Championship: टोक्यो ओलंपिक में भारत को भाला फेंक में ऐतिहासिक स्वर्ण दिलाने वाले नीरज चोपड़ा इस बार विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप से खाली हाथ लौटे। नीरज अपने खिताब का बचाव करने उतरे थे, लेकिन 84.03 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ वह आठवें स्थान पर रहे। उनके प्रदर्शन से भारतीय एथलेटिक्स प्रेमी निराश जरूर हुए, लेकिन एक अन्य एथलीट ने उम्मीद की किरण जगाई।
सचिन यादव बने भारत की नई उम्मीद
विदेशी खिलाड़ियों का दबदबा
त्रिनिदाद एंड टोबेगो के केशोर्न वालकोट ने 88.16 मीटर का शानदार थ्रो कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने 87.38 मीटर के साथ रजत और अमेरिका के कर्टिस थॉम्पसन ने 86.67 मीटर के साथ कांस्य पदक हासिल किया। पाकिस्तान के ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम इस बार खासा संघर्ष करते नजर आए और चौथे प्रयास में ही बाहर हो गए।
थ्रो-दर-थ्रो रोमांच
नीरज चोपड़ा ने पहले प्रयास में 83.65 मीटर का थ्रो किया और अच्छी शुरुआत की। सचिन यादव ने पहले ही प्रयास में 86.27 मीटर का थ्रो कर सबको चौंका दिया और वह दूसरे स्थान पर पहुंच गए। दूसरे प्रयास में नीरज ने 84.03 मीटर का थ्रो किया जो उनका सर्वश्रेष्ठ रहा। वहीं सचिन ने शानदार शुरुआत के बाद दूसरे प्रयास में फाउल किया। तीसरे प्रयास में सचिन ने 85.71 मीटर का थ्रो किया, जबकि नीरज फाउल कर बैठे।
नीरज का सपना टूटा
चौथे प्रयास में नीरज ने 82.86 मीटर का थ्रो किया, जबकि सचिन ने 84.90 मीटर फेंका। पांचवें प्रयास में नीरज को शीर्ष छह में जगह बनाने के लिए अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी था, लेकिन वह फाउल कर बैठे और उनकी उम्मीदें वहीं खत्म हो गईं। इस तरह टोक्यो में स्वर्ण जीतने वाले नीरज इस बार विश्व खिताब नहीं बचा पाए और आठवें स्थान पर रह गए।
सचिन का दमदार प्रदर्शन
सचिन यादव ने पांचवें प्रयास में 85.96 मीटर का थ्रो किया और अंत तक पदक की दौड़ में रहे। अंतिम प्रयास में वह केवल 80.95 मीटर ही फेंक पाए, जिसके चलते वह चौथे स्थान पर रह गए। हालांकि सचिन ने अपने व्यक्तिगत करियर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया और दुनिया को दिखा दिया कि भारत के पास नीरज चोपड़ा के बाद भी भाला फेंक में बड़ा सितारा मौजूद है।